बताया जा रहा है कि जिले में अप्रैल के पहले हफ्ते में खरीद केंद्र प्रारंभ हो जाएंगे। उल्लेखनीय है कि जिले में गत वर्ष के मुकाबले गेहूं की बोवनी का रकबा दुगुना होने और फसल के बंपर उत्पादन की संभावनाओं के बाद भी जिले में खरीद केंद्र 22 कर दिए गए थे। जबकि कम रकबा और कम लक्ष्य होने के बाद भी वर्ष 2018 में 37 केंद्र थे। इसी के चलते विभाग ने श्योपुर में 14 और केंद्र बढ़ाने का प्रस्ताव बीते एक माह से भेजा हुआ था, लेकिन भोपाल के अफसर नहीं मान रहे थे।
यही वजह है कि न केवल किसानों द्वारा खरीद केंद्र बढ़ाने की मांग उठ रही थी, बल्कि प्रशासनिक अफसर भी केंद्र कम होने से व्यवस्थाओं को लेकर पेशोपेश में थे। विधायक बाबू जंडेल ने भी मामले में सीएम को अवगत कराया। यही वजह रही कि लंबी मांग के बाद अब 14 केंद्र बढ़ाए गए हैं, जिससे किसान राहत में है।
बताया गया है कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग संचालनालय ने अब जिन 14 नए केंद्रों को मंजूरी दी है, उनमें सहकारी संस्था मानपुर और मार्केटिंग संस्था श्योपुर के साथ ही सहकारी संस्था ढोढर, जलालपुरा, प्रेमसर, आसीदा, क्यारपुरा, ननावद, लुहाड़, नयागांव ढोंढपुर, वीरपुर, उतनवाड़, श्योपुर और बोरदादेव शामिल हैं।