आकाश बाथम निवासी डोंगरपुर का आरोप है कि बड़े भाई राहुल बाथम (25) पुत्र मनमोहन बाथम को लूटपुरा, हजीरा बुलाकर प्लानिंग से मर्डर किया गया है। उसे 31 मई को दीपू कौरव ने ***** बबीता के घर शराब पार्टी के लिए बुलाया था। वहां इमरान खां, अरविंद गुर्जर और जैकी शर्मा पहले से मौजूद थे। इन्होंने राहुल को छज्जे से नीचे फेंका तीन दिन वह अस्पताल में रहा रविवार रात उसकी मौत हो गई। सुबह पोस्टमार्टम के बाद उसके शव को सडक़ पर रखकर जाम लगाया। क्योंकि पुलिस ने इस केस में सिर्फ बबीता और उसके जीजा दीपू को आरोपी बनाया है। बबीता को जेल भेज दिया है दीपू फरार है, लेकिन बाकी लोगों के नाम एफआइआर नहीं की है। उन्हें भी पकड़ा जाए।
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उधारी मांगने पर की हत्या
राहुल का शव परिजन ने डोंगरपुर बस्ती के ठीक सामने सडक़ पर रखकर रास्ता रोक दिया। इससे लक्ष्मण तलैया, रामदास घाटी और शिंदे की छावनी तक रास्ता थम गया। राहुल के मोहल्ले में रहने वाली महिलाएं, बच्चे और पुरुष परिजन के साथ सडक़ पर आ गए। लोगों ने बताया बविता पर राहुल का पैसा उधार था। उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी देती थी। करीब आठ महीने पहले बबीता ने टीवी, फ्रिज, एलसीडी, बाइक और 25 हजार रुपए लेकर लिखित में वादा किया था कि अब राहुल से कोई लेना देना नहीं है। बाद में राहुल ने उधारी मांगी तो उसकी हत्या की है। बलराम बाथम निवासी डोंगरपुर का कहना था भानजा राहुल अंडे का ठेला लगाता था। उसकी दोस्ती बबीता के जीजा दीपू किरार से थी। राहुल की हत्या के बाद उसका परिवार अनाथ हो गया है। घर की गुजर बसर का सहारा नहीं है। जिन लोगों ने उसकी जान ली है उन पर एफआइआर होना चाहिए।
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सडक़ पर पटके डिवाइडर
चक्काजाम खुलवाने के लिए इंदगरंज, पड़ाव से फोर्स मौके पर पहुंचा तो जाम लगाने वालों ने शर्त रखी कि पहले सभी आरोपियों पर हत्या का केस दर्ज करो। एडीएम सीबी प्रसाद ने भी आकर लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग नहीं माने। बल्कि अफवाह उड़ा दी कि पुलिस मौके से बबीता सहित बलवीर को भी पकड़ा था उसे पुलिस ने छोड़ दिया है। इससे चक्काजाम करने वाले तैश में आ गए लोगों ने सडक़ पर रखे बेरीकेड्स पटककर जबरिया बाजार बंद करा दिया।
पुलिस की थ्योरी में घटना
पुलिस के मुताबिक अभी तक यह कहानी सामने आई है कि बबीता निवासी बुलंदशहर का पति केआरजी कॉलेज के पास चाय बेचता था, पड़ोस में दीपू अंडे का ठेला लगाता था। दीपू से दोस्ती होने की वजह से राहुल का वहां आना- जाना था। बविता और राहुल में इश्क हो गया तो बबीता पति को छोडकऱ राहुल के साथ आ गई। दोनों शीतला माता मंदिर में चुपचाप शादी की, जबकि दीपू ने बविता की छोटी बहन पूजा से शादी कर ली। कुछ समय बबीता हनुमान घाटी पर रही फिर लूटपुरा में बहुमंजिला मकान में नीचे की मंजिल में दीपू और ऊपर के घर में बबीता ने कमरा ले लिया। कुछ दिन पहले दीपू और पूजा में विवाद हो गया तो वह मायके चली गई। दीपू को शक था कि इसमें राहुल का रोल है। वही पूजा को बस स्टैंड तक छोडऩे गया था। इसलिए दीपू ने राहुल 31 मई को बुलाया था। दोनों ने शराब पी, उसमे देर रात झगड़ा हुआ। मकान में रहने वाले दूसरे किराएदारों ने उन्हें डांटा तो दोनो पहली मंजिल पर छज्जे पर आ गए। यहां विवाद में राहुल नीचे गिर गया।
दीपू और बबीता पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया है
अंडा कारोबारी राहुल का घटना वाले दिन दीपू से विवाद हुआ उसमें वह नीचे गिरा था। इस मामले में दीपू और बबीता पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया था। राहुल की मौत के बाद अब धारा में इजाफा कर दोनों पर हत्या का केस दर्ज किया है। राहुल के परिजन उसकी हत्या में और लोगों के भी शामिल होने का आरोप लगा रहे हैं।
आलोक सिंह, परिहार हजीरा टीआई
सभी आरोपियों पर कार्रवाई का भरोसा
चक्काजाम के दौरान मौके पर आए पुलिस अधिकारियों ने राहुल की हत्या में शामिल सभी आरोपियों पर केस और सात दिन में गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया है। इसके अलावा उसके परिजन को 10 हजार की आर्थिक सहायता भी दी गई तब उसका शव उठाकर रास्ता खोला था। बविता से राहुल की शादी की कहानी झूठी है। उधारी नहीं चुकाना पड़े इसलिए बबीता के साथ शामिल लोगों ने राहुल को मारा है।
आकाश मृतक राहुल का छोटा भाई