पुलिस ने बताया पनिहार में सुबह करीब 8 बजे लोगों को उमा परिहार (33) का शव पड़ा मिला। उमा के गले पर रस्सी का निशान था, उसकी गर्दन और हाथ पर धारदार हथियार के घाव थे। हत्यारों ने उसकी कलाई भी काटी थी। जाहिर था कि हत्यारे उमा को जिंदा नहीं छोडऩा चाहते थे। इसलिए गला घोंटने के बाद चाकुओं से उसका शरीर गोदा था। शुरुआत में गांव वाले उमा को नहीं पहचान सके। कुछ देर बाद उमा की सास ने मौके पर आकर बताया कि यह तो उसकी बहू है। पता चला कि उमा की शादी 15 साल पहले अनिल परिहार से हुई थी, छह साल से उमा का पति से अलगाव था। ससुराल छोडकऱ वह अकेली निम्बाजी की खोह, जीवाजीगंज मायके में रह रही थी। दंपती के बीच विवाद की वजह अनिल की प्रेमिका पिंकी निवासी बहोड़ापुर है। उमा को छोडकऱ अनिल ने पिंकी को पत्नी की तरह घर में रखा है।
इसलिए अक्सर उमा और अनिल में विवाद होता था। उमा कई बार बेटे करण और बेटी को साथ ले जाने के लिए पनिहार आकर ससुराल में विवाद कर चुकी थी। आश्ंाका है कि बुधवार रात को भी वह इसी मसले पर ससुराल आई है। उस दौरान उसकी हत्या की गई है। इससे पुलिस का माथा ठनक रहा है कि उमा की हत्या में अनिल और उसके परिजन शामिल हो सकते हैं। उधर उमा के भाई ने पिंकी के परिजन पर भी उमा की हत्या की आशंका जाहिर की है।
जनसुनवाई में पति कर चुका शिकायत
उधर पिंकी और अनिल परिहार के बीच संबंध को लेकर पिंकी का पति संजय सेन भी कई बार पुलिस से शिकायत कर चुका है। कुछ दिन पहले उसने जनसुनवाई में भी पुलिस से कहा था कि उसकी पत्नी को वापस दिलाया जाए। उसने जिंसी नाला रोड पर निजी अस्पताल के पास बिजली के खंभे पर लटकने की धमकी भी दी थी।
दुबकी मिली प्रेमिका, हत्या का हो सकता है खुलासा
पुलिस का कहना है कि उमा की हत्या के कुछ घंटे बाद पिंकी सुरक्षित ठिकाने पर दुबकी मिल गई है। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उम्मीद है कि जल्द ही उमा की हत्या का राज सामने आएगा। उधर उमा के बच्चों ने भी पुलिस को बताया है कि पिंकी को लेकर घर में कलह होती थी। दो दिन पहले चाचा संजय ने भी उमा को बात करने के लिए गांव बुलाया था।