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कवियत्रियों ने किया काव्यपाठ

locationग्वालियरPublished: Dec 05, 2019 07:26:51 pm

Submitted by:

Avdhesh Shrivastava

महिला काव्य मंच की मासिक गोष्ठी आयोजित हुई । शुरुआत सीता चौहान ने अपनी रचना के साथ की।

कवियत्रियों ने किया काव्यपाठ

कवियत्रियों ने किया काव्यपाठ

ग्वालियर . महिला काव्य मंच की मासिक गोष्ठी आयोजित हुई। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में सुभाष चौहान, डॉ. निशि भदौरिया, गिरिजा कुलश्रेष्ठ उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत सीता चौहान ने अपनी रचना के साथ की, जिसके बोल थे इंसान की पहचान कुछ यूं अजीब सी हो गई है, लाखों की भीड़ में इंसानियत न जाने कहां खो गई है…। संगीता गुप्ता ने पढ़ा कितना भी पढ़ो या करो सेवा समाज की, तुमको तो वे रौंदेंगे ही फि र दिखा दिया…। डॉ. ज्योत्सना सिंह ने कहा मेरे ख्यालों के बड़े बुरे हाल थे, न धूप न बरसात न जाने किस मौसम की बेरुखी से सारे हलाल थे…। पुष्पा मिश्रा ने पढ़ा बिताया समय कैसे भुलाऊं, पाने की आशा में कैसे बताऊं…। डॉ. निशि भदौरिया ने कहा मैं वीर पति की नारी हूं, सौ दुश्मन पर एक भारी हूं…। आभार रचना तोमर ने व्यक्त किया।
दिव्यांगों ने दी रंगारंग प्रस्तुति
सक्षम संस्था की ओर से विश्व दिव्यांग दिवस के उपलक्ष्य में सेंट्रल जेल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अतिथि के रूप में सेंट्रल जेल के अधीक्षक एमके साहू, सह अधीक्षक प्रभात कुमार, एनके गुप्ता, डॉ. आलोक पुरोहित, मनोज पांडेय, जीएस पाल, पूरन चौबे, अमित सेंगर, शर्मिष्ठा संगर उपस्थित रहे। इस अवसर पर दिव्यांग लुईब्रेल छात्रावास के मुकुंद यादव, पंकज शर्मा एवं साथियों ने रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति दी एवं जेल विभाग के कर्मचारियों तथा कैदियों द्वारा मनोरंजन प्रस्तुतियां दी गईं। कार्यक्रम का संचालन मनोज पांडेय ने किया।
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