ऑफिस वर्क के बाद संभालती हूं किचन
कॉलेज प्रिंसिपल होने के नाते मेरी जिम्मेदारियां अधिक हैं। लॉकडाउन के पहले सुबह से ही कॉलेज निकलना होता था और दोपहर में घर आ पाती थी। लेकिन अब वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात हो जाती है। स्टूडेंट्स की प्रॉब्लम फोन पर शॉर्टआउट हो जाती है। मेड की छुट्टी के कारण घर के काम भी मैं देख रही हूं। हालांकि हमारी जॉइंट फैमिली है, तो ज्यादा दिक्कत नहीं आती।
वंदना शर्मा, प्रिंसिपल
थोड़ा चैलेंजिंग है, लेकिन नामुमकिन नहीं
कोचिंग मुझे सुबह और शाम 4-4 घंटे के लिए जाना होता था। इन दिनों मैं यूट्यूब पर सब्जेक्टवाइज वीडियो बनाकर डाल रही हूं। इसके साथ ही ओल्ड स्टूडेंट्स के डाउट्स क्लियर कर रही हूं। शेष समय में परिवार को गरमा गरम खाना बनाकर खिलाती हूं। इसके साथ ही घर के सारे काम निपटाती हूं। थोड़ा चैलेंजिंग लगता है, लेकिन नामुमकिन नहीं।
ज्योति गुप्ता, टीचर
सर्वेंट के न होने से कर रही सारे काम
हमारी मॉर्निंग में ऑनलाइन क्लासेस चलती हैं। रोजाना बच्चों को हम वर्कशीट देते हैं और हफ्ते में दो दिन उसे चेक करते हैं। इसके बाद भी काफी समय बच जाता है। उस समय में फैमिली को क्वालिटी टाइम दे पा रहे हैं। सर्वेंट के न होने से लाइफ चैलेंजिंग बहुत ज्यादा है, लेकिन सुकून भी है कि मैं खुद अपने हाथों से बना खाना बच्चों को खिला पा रही हूं।
वैशाली श्रीवास्तव
चैलेंजिंग है, लेकिन मजा भी आ रहा है
मैं सुबह स्कूल के लिए निकलती थी और दोपहर में घर आ जाती थी। सारे काम मेड करती थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण उसे छुट्टी देनी पड़ी। अब खुद ही सारे काम कर रही हूं। इसके साथ ही बच्चों की ऑनलाइन क्लासेस ले रही हूं। सचमुच ऑफिस वर्क के साथ घर के काम को संभालना बहुत चैलेंजिंग टास्क है, फिरभी मजा खूब आ रहा है।
तनेजा साहनी