उन्होंने आगे कहा कि शिव आराधना से ज्ञान, वैराग्य, क्षमा एवं भक्ति की प्राप्ति होती है। शिव कृपा से भाग्य भी बदला जा सकता है। कथा में शिव पूजन रहस्य, शिव तत्व रहस्य, प्रणव मंत्र और पंचाक्षर मंत्र का महत्व बताते हुए आगे कहा कि लोगों मे शिवलिंग को लेकर अनेक श्रांतिया हैं कि घर में शिवलिंग की पूजा नहीं की जा सकती है।
संत रामप्रसाद ने महाराज ने बताया कि मानव जीवन में गलतियां होना स्वाभाविक हैं परंतु गलत होता है उन पर पर्दा डालना। उन गलतियों की पुनरावृत्ति करना एवं अपनी भूल का प्रायश्चित न करने वाला मनुष्य न होकर जानवर है। शिव के पंचाक्षर मंत्र की माला का जाप करने से किसी का अपमान करने का दोष दर हो जाता है।