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108 के बुरे हाल, जीवन रक्षक दवाएं तक नहीं

locationग्वालियरPublished: Mar 26, 2019 06:44:16 pm

Submitted by:

Rahul rai

एंबुलेंस की मॉनिटरिंग कर रहेल नोडल अधिकारी ने पांच एम्बुलेंसों की जांच पड़ताल की, जिसमें जीवन रक्षक दवाएं तक नहीं मिलीं

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108 के बुरे हाल, जीवन रक्षक दवाएं तक नहीं

ग्वालियर। मरीजों को तत्काल इलाज मिले, इसके लिए प्रदेश सरकार ने जिगित्सा कंपनी की एम्बुलेंस सेवा के रूप में लगाई हैं, लेकिन इस कंपनी की एंबुलेंस सेवाएं ध्वस्त होती जा रही हैं। हालात यह है कि एंबुलेंस में चिकित्सकीय उपकरण भी नहीं मिल रहे हैं। वहीं एंबुलेंस चालक मरीजों को सरकारी अस्पतालों में न ले जाकर निजी अस्पतालों में ले जा रहे हैं। लगातार मिल रही शिकायतों के चलते एंबुलेंस की मॉनिटरिंग कर रहेल नोडल अधिकारी ने पांच एम्बुलेंसों की जांच पड़ताल की, जिसमें जीवन रक्षक दवाएं तक नहीं मिलीं।
नोडल अधिकारी इन्द्रपाल निवारिया ने एक विशेष अभियान के तहत पांच एंबुलेस जिसमें एमपी 02 एव्ही 5051, एमपी 02 एव्ही 3663, एमपी 02 एव्ही 6742, एमपी 02 एव्ही 5650 आदि की जांच पड़ताल की, तो उसमें जीवन रक्षक दवाईयां, हार्ट में काम आने वाली सोरवीटेड जैसी कई दवाईयां नहीं मिलीं। इसके अलावा अन्य कमियां मिलीं। स्मरण रहे कि पूर्व में 108 एंबुलेंसों की जांच पड़ताल में कई कमियां मिली थीं, जिनको सुधारने के निर्देश दिए थे, इसके बाद भी कोई सुधार नहीं आया था।
मिशन संचालक को भेजी रिपोर्ट
नोडल अधिकारी निवारिया ने जांच पड़ताल करने के बाद इन एंबुलेंसों को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की, जिसको उन्होंने एनएचएम के मिशन संचालक को भेजी है, वे इस रिपोर्ट के अध्ययन के बाद एंबुलेंस की जिगित्सा कंपनी पर कार्रवाई करेंगे।
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