लैंग्वेज समझाने करते हैं कन्वर्टर का यूज
योगेन्द्र ने बताया कि जिस देश भी मैं जाता हूं। वहां लैंग्वेज प्रॉब्लम आती है। इसके लिए मैं गूगल कन्वर्टर का सहारा लेता हूं और अपनी बात उन तक पहुंचा पाता हूं।
योगेन्द्र बताते हैं चीन के लोग बहुत ही हेल्थ कॉन्सियस हैं। हर ऑफिस में एक फिटनेस रूम हैं, जहां लोग फिजिकल एक्टिविटी करते हैं। इसमें योग भी शामिल है। मॉडर्न योगा के तहत योग करने का कोई टाइम नहीं है। सुबह, दोपहर, रात जब भी टाइम मिले, योगा करना चाहिए। यही चीन के लोग करते हैं।
योगेन्द्र को गालव खेल रत्न, मेजर ध्यानचंद्र अवार्ड मिल चुके हैं। इसके साथ ही फेस ब्यूटी कॉन्टेस्ट में 15 देशों से आए पार्टिसिपेंट्स को भी वे योग करा चुके हैं। योगेन्द्र के पिता डॉ. बनवारी सिंह कुशवाह हैं, जो कि बिजनेसमैन हैं।