scriptअस्पताल में बना रहा था फर्जी आयुष्मान कार्ड, 5 हजार रुपए में 20 मिनिट में बना देता था कार्ड | Youth arrested for making fake Ayushman card | Patrika News

अस्पताल में बना रहा था फर्जी आयुष्मान कार्ड, 5 हजार रुपए में 20 मिनिट में बना देता था कार्ड

locationग्वालियरPublished: Sep 07, 2021 09:48:10 pm

Submitted by:

Shailendra Sharma

34 फर्जी आयुष्मान कार्ड के साथ एक युवक गिरफ्तार…थंब मशीन और लैपटॉप भी मिला…5 हजार रुपए में बनाता था एक कार्ड

aayushman_card.jpg

,,

ग्वालियर. ग्वालियर में फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। हैरानी की बात तो ये है कि फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने का काम अंचल के सबसे बड़े अस्पताल समूह JAH (जयारोग्य अस्पताल) में चल रहा था। गिरोह के एक सदस्य को अस्पताल प्रबंधन ने शिकायत मिलने के बाद पकड़ा है। पकड़े गए आरोपी के पास से 34 आयुष्मान कार्ड मिले हैं। आरोपी युवक को पुलिस के हवाले कर दिया गया है जिसे हिरासत में लेकर पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। शुरुआत पूछताछ में गिरोह में दो लोग होने की बात सामने आई है।

 

ayushman-card_2.jpg

ऐसे हुआ पर्दाफाश
दरअसल जयारोग्य अस्पताल में भर्ती रामकुमार सिंह राजपूत नाम के शख्स को इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड की जरुरत थी। रामकुमार ने कार्ड के लिए आवेदन भी दिया था लकिन लिस्ट में नाम न आने के कारण उसका कार्ड नहीं बन पाया था। आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए प्रयासरत रामकुमार से एक दिन कृष्णा कुशवाहा नाम के युवक ने मुलाकात की और कहा कि वो उनका आयुष्मान कार्ड महज 20 मिनिट में बनाकर दे देगा लेकिन इसके लिए 5 हजार रुपए लगेंगे। रामकुमार को मामला कुछ गड़बड़ लगा तो उन्होंने अस्पताल में ही आयुष्मान योजना के प्रभारी से पूरी बात बताई। क्योंकि पहले भी इस तरह की शिकायत प्रभारी योगेन्द्र को मिल चुकी थीं लिहाजा उन्होंने इस बार आरोपी को रंगेहाथों पकड़ने का प्लान बनाया। आयुष्मान योजना प्रभारी योगेन्द्र परमार ने रामकुमार के जरिए कृष्णा को मिलने के लिए बुलाया और उसे धरदबोचा। अस्पताल में ही जब प्रबंधन से जुड़े अधिकारी-कर्मचारियों ने कृष्णा की तलाशी ली तो उसके पास से 34 आयुष्मान कार्ड मिले जो कि फर्जी प्रतीत हो रहे हैं। 

 

ये भी पढ़ें- चलती बाइक पर लव कपल ने की हदें पार, अब तलाश में जुटी पुलिस, देखें VIDEO 

 

आरोपी से पूछताछ में जुटी पुलिस
आरोपी कृष्णा को अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस को आरोपी के पास से एक थंब मशीन और लैपटॉप भी मिला है जिसकी मदद से वो फर्जी आयुष्मान कार्ड छापता था। बताया जा रहा है कि फर्जीवाड़े में आरोपी का एक और साथी है जो फिलहाल फरार है। बता दें कि आयुष्मान कार्ड के तहत मरीज का पांच लाख रुपए तक का बीमा होता है और मरीज को 5 लाख रुपए का मुफ्त इलाज मिलता है। ऐसे में भोले भाले लोग आसानी से कृष्णा जैसे शातिर आरोपी के जाल में फंस जाते हैं और 5 हजार रुपए में कार्ड बनवाने को राजी हो जाते हैं और जब कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो उसके फर्जी होने का पता चलता है।

देखें वीडियो- धीरे-धीरे प्यार को बढ़ाएं लेकिन हद से न गुजर जाएं ! 

https://youtu.be/SOXM-YQxPV4
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो