बदला-बदला सा है एनिमल्स का स्वभाव
कोरोना कफ्र्यू के कारण चिडिय़ाघर लगभग दो माह बंद रहा। ऐसे में एनिमल्स के स्वभाव में कुछ परिवर्तन देखने को मिला है। चिडिय़ाघर में पांच प्रजाति के हिरन हैं व नील गाय हैं। सभी में एलर्टनेस बढ़ी है। लोगों को देखकर अब वह एक जगह लम्बे समय तक नहीं बैठ रहे। उनका मूवमेंट बना रहता है। जबकि पहले उनमें बैठने की आदत हो गई थी। वहीं टाइगर में भी एक्टिवनेस आई है। इसके अलावा अन्य एनिमल्स में कुछ खास अंतर देखने को नहीं मिल रहा।
तीसरी लहर में ये होंगे बदलाव
तीसरी लहर के आते ही हर दिन चिडिय़ाघर सेनेटाइज किया जाएगा। हर केज को दो लोग डील करेंगे, जो बदले नहीं जाएंगे। चिडिय़ाघर में आने वाले सभी लोगों का वैक्सीनेशन अनिवार्य होगा। किसी भी केज के पास भीड़ नहीं लगने दी जाएगी। सर्कल बनाए जाएंगे, जहां लोग खड़े होकर एनीमल्स देख सकेंगे। बच्चों की गाडिय़ों को हर बार सेनेटाइज कराया जाएगा।
वर्जन
कोरोना की दूसरी लहर में भी देश में कई एनीमल्स संक्रमित हुए, लेकिन हमने पूरा ध्यान रखा। अब भी सतर्कता बराबर है। तीसरी लहर आते ही हम काफी कुछ चेंज करेंगे, जिससे आने वाले लोग और एनीमल्स सुरक्षित रहें।
गौरव परिहार, जू क्यूरेटर