मामला हमीरपुर जिले में जरिया थाना क्षेत्र के उमरिया गांव का है। पति की मौत के बाद मृतका रचना अपने देवर के साथ रहने लगी थी। दो दिन पहले देवर की शादी मवई गांव की एक लड़की से तय हो गई। भाभी को लगा कि अब वो क्या करेगी? पति की मौत पहले ही हो चुकी थी और अब देवर की शादी भी दूसरी लड़की से हो रही है। रचना को अपनी दुनिया एक बार फिर से उजड़ती दिखी, तो उसने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
दो साल पहले पति की हो गई थी मौत
खेतों पर गये परिजन जब घर वापस लौटे तो रचना का शव फंदे पर झूल रहा था। रचना की मौत से गांव में हड़कंप मच गया। मृतका के चचिया ससुर ओमकार राजपूत ने बताया कि उसके भतीजे कमलेश का पहला विवाह सुमन के साथ हुआ था। करीब 10 वर्ष पूर्व सुमन की मौत प्रसव के दौरान हो गई थी। इसके बाद उसने दादौ निवासी रचना के साथ विवाह किया था। रचना से उसे एक पुत्र हुआ। अभी इनकी गृहस्थी हंसी-खुशी से चल ही रही थी कि दो वर्ष पूर्व कमलेश की मौत क्षयरोग के चलते हो गई।
खेतों पर गये परिजन जब घर वापस लौटे तो रचना का शव फंदे पर झूल रहा था। रचना की मौत से गांव में हड़कंप मच गया। मृतका के चचिया ससुर ओमकार राजपूत ने बताया कि उसके भतीजे कमलेश का पहला विवाह सुमन के साथ हुआ था। करीब 10 वर्ष पूर्व सुमन की मौत प्रसव के दौरान हो गई थी। इसके बाद उसने दादौ निवासी रचना के साथ विवाह किया था। रचना से उसे एक पुत्र हुआ। अभी इनकी गृहस्थी हंसी-खुशी से चल ही रही थी कि दो वर्ष पूर्व कमलेश की मौत क्षयरोग के चलते हो गई।
रजामंदी से देवर संग रहने लगी थी रचना
ओमकार ने बताया कि कमलेश की मौत के बाद परिवार की रजामंदी पर रचना अपने देवर निर्दोष के साथ रहने लगी। लेकिन दो दिन पहले ही निर्दोष का रिश्ता मवई गांव में तय कर दिया गया। परिवार के सभी सदस्य खेतों में काम करने गए थे। तभी रचना ने सुना घर पाकर रस्सी का फंदा बनाया और फांसी पर झूल गई। खेतों से लौटे परिजनों को जब तक इसकी जानकारी हुई उसकी मौत हो चुकी थी।
ओमकार ने बताया कि कमलेश की मौत के बाद परिवार की रजामंदी पर रचना अपने देवर निर्दोष के साथ रहने लगी। लेकिन दो दिन पहले ही निर्दोष का रिश्ता मवई गांव में तय कर दिया गया। परिवार के सभी सदस्य खेतों में काम करने गए थे। तभी रचना ने सुना घर पाकर रस्सी का फंदा बनाया और फांसी पर झूल गई। खेतों से लौटे परिजनों को जब तक इसकी जानकारी हुई उसकी मौत हो चुकी थी।