घटना शहर के कोतवाली क्षेत्र के पहाड़ी वीर गांव की है। इलाके के नंदकिशोर अपने परिवार के साथ रहते हैं। नंद किशोर ने बताया कि बुधवार शाम को उनका बेटा अभिषेक, बेटी अंशिका व अर्तिका छत में पढ़ाई कर रहीं थीं। परिवार में सबसे छोटी बच्ची अर्तिका है। वह गांव के प्राथमिक विद्यालय में कक्षा एक की छात्रा थी। क्लास का काम करने के लिए वह मुंह में कटर दबाकर पेंसिल छील रही थी।
छिलका गले में फंस गया
इसी दौरान पेंसिल का छिलका गले में फंस गया। बच्ची दर्द से तड़पने लगी। घरवाले तुरंत उसे अस्पताल लेकर पहुंचे। मगर तब तक देर हो गई थी। डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। दूसरी ओर डॉक्टर का कहना है कि घरवालों ने बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया।