पीड़ित परिवार का कहना है कि उक्त मामले को लेकर जब पीड़िता कोतवाली मौदहा पहुंची तो कोई सुनवाई नहीं हुई। पीड़िता और उसका परिवार ढाई महीने से कोतवाली के चक्कर लगाने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई है। पीड़िता ने कोतवाली मौदहा के एसआई पर भी दबाव बनाने का आरोप लगाया है।