यह किसान बैंक में पिछले कई दिनों से बैंक से रूपये निकालने के लिए परेशान था, लेकीन बैंक पहुचने में बैंक में कैश न होने के चलते वो ख़ाली हाथ घर वापस लौट रहा आया।
SDM Hamirpur
हमीरपुर. यूपी के हमीरपुर जिले में नोट बंदी ने एक और किसान की जान ले ली। यह किसान बैंक में पिछले कई दिनों से बैंक से रूपये निकालने के लिए परेशान था, लेकीन बैंक पहुचने में बैंक में कैश न होने के चलते वो ख़ाली हाथ घर वापस लौट रहा आया। आज फिर वो बैंक गया और वहां से खाली हाथ लौटा तभी रास्ते में उसको सदमा लगा और बीच सड़क में गिर कर उसकी मौत हो गयी। किसान की मौत से गुस्साये ग्रामीणों ने लाश को सड़क में रखकर जाम लगा दिया। बड़ी मशक्कत के बाद आलाधिकारियों के समझाने बुझाने के बाद लोग लाश के अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुये।
पूरा मामला सुमेरपुर थाना क्षेत्र के टेढ़ा गांव का है जहां घसीटा नामक किसान आज इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक में अपने पैसे निकलने के लिए गया था। पिछले कई दिनों से उसे बैंक में कैश न होने का हवाला देकर बैंक कर्मी चलता कर रहे थे। आज कैश लेने के लिए वो बैंक कि लाइन में लगा, मगर उसे आज भी कैश नहीं मिल तो उसे सदमा लग गया और उसकी मौत हो गई। किसान की मौत से गुस्साये ग्रामीणों ने बैंक कर्मियों पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए बैंक को ही घसीटा कि मौत का मुख्य जिम्मेदार मानते हुए बैंक के बाहर ही हंगामा शुरू कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके में पहुंचे जिले के आलाधिकारियो ने बड़ी मशक्कत के बाद मृतक को उचित मुआवजा देने के अश्स्वासन के बाद जाम खुलवा पाने में सफलता पाई। फिलहाल इस घटना के बाद बैंक कि सुरक्षा व्यवस्था को भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
अपने खून पसीने की कमाई से जोड़ी गई रकम खुद में खर्च न कर पाने से घसीटा की मौत हो गई। भले ही नोट बंदी से काला धन बहार आ जाये। सरकार के खजाने भी भर जाये, लेकिन नोट बंदी की असली कीमत तो घसीटा जैसे किसान अपनी जान देकर अदा कर रहे हैं।