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किसानों ने जिला अधिकारी को बताया कि अन्ना जानवरों की समस्या से निपटने के लिए कांजी हाउस और गौशाला बनवाये जाने की मांग रखी है। साथ ही किसानों ने कहा कि पुराने सूखा धनराशि जो किसानों को मिलनी थी उसका लाभ भी किसानों को नहीं मिल पाया है। किसानों ने कहा कि जिले को सूखाग्रस्त घोषित हो जाने से किसानों को राहत मिलेगी। यह भी पढ़ें
अखिलेश यादव ने चला ऐसा दांव, मुलायम-शिवपाल भी मान गए सारी शर्तें! वहीं फसल की बुवाई के लिए समिति से खाद्य बीज न मिलने से किसानों ने जमकर हंगामा काटा। उनका कहना है कि सचिव की लापरवाही से उनको खाद्य बीज नहीं मिल पा रहा है। जिससे वह बेहद परेशान है। मुस्कुरा ब्लाक के व मौदहा ब्लाक के ग्रामीण राजू पटेल, घनश्याम सिंह, राममनोहर, बलराम सिंह, रामपाल सिंह, किशन प्रजापति, कैलाश पांडेय, आशुतोष तिवारी, राजेंद्र कोरी, जीतू, श्यामा, लखेरे, मुन्ना सिंह, रामऔतार अहिरवार, जितेंद्र, कल्ली, लल्लू केवट, आदि सहित ने बताया कि जब वह खाद्य बीज लेने जाते है तो उनको ज्यादातर ताला लटका ही मिलता है।
उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए जमकर हंगामा काटा और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उन्हें अन्य साधन समितियों से खाद्य बीज खरीदना पड़ रहा है। जिससे उनके समय और पैसों की बर्बादी होती है। उन्होंने मांग की है कि साधन सहकारी समिति में ही उन्हें खाद्य बीज उपलब्ध कराया जाए।