आम आदमी पार्टी ने योगी सरकार पर खड़े किए सवाल, यूपी में शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाओं की हालत बद से बदतर 2 अप्रैल 2018 में सपा की डॉ.वंदना यादव के खिलाफ भाजपा की जयंती राजपूत अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी। जिसके बाद वंदना यादव को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी। वंदना के पति कोआपरेटिव बैंक के पूर्व चेयरमैन पुष्पेंद्र सिंह यादव, सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के करीबी रिश्तेदार हैं। पद गंवाने के बाद वंदना ने अविश्वास प्रस्ताव की पूरी प्रक्रिया को अवैध ठहराते हुए हाईकोर्ट में रिट दायर की थी। 26 नवंबर को हाईकोर्ट की डबल बैंच ने इस पूरी प्रक्रिया को अवैध मानते हुए जयंती राजपूत के चुनाव को खारिज कर दिया था। और आज वंदना यादव के कब्जे में एक बार फिर ज़िला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी आ गई है।