वहीं पार्टी ने बयान जारी करते हुए कहा कि ‘कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश की हमीरपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए हरदीपक निषाद की उम्मीदवारी को मंजूरी दे दी है।
शनिवार को समाजवादी पार्टी ने भी इस सीट से प्रत्याशी घोषित करते हुए मनोज कुमार प्रजापति को टिकट दिया था। लोकसभा चुनाव में मिलकर लड़ने वाली सपा और बसपा विधानसभा चुनाव में एक-दूसरे खिलाफ मैदान में होंगी। बसपा ने हमीरपुर सीट से नौशाद अली को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
गौरतलब है कि हमीरपुर उपचुनाव के लिए 23 सितंबर को मतदान होगा और 27 सितंबर को मतगणना होगी। चार सितंबर नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन है और 5 सितंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 7 सितंबर नामांकन पत्र वापसी की अंतिम तिथि है। 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन फेल होने के बाद कांग्रेस ने 2019 का चुनाव खुद लड़ने का फैसला किया था। इसके बाद प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश के दो अलग-अलग हिस्सों का महासचिव बनाया गया था। कांग्रेस के इस ट्रंप कार्ड का पार्टी को कोई विशेष फायदा नहीं हुआ। इसके बाद उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की ज्यादातर इकाइयों को भंग कर दिया गया था।