बेरी गांव निवासी रुक्मण विश्वकर्मा अक्सर तांत्रिक विद्या में लीन रहता था लेकिन उसे सफलता नहीं मिल रही थी। उसने आस्था के नाम पर केटेश्वर मंदिर में भगवान शंकर के चरणों में अपनी गर्दन काट दी।
हमीरपुर•Oct 26, 2020 / 11:51 am•
Karishma Lalwani
तांत्रिक बनने के लिए अधेड़ ने चढ़ा दी अपनी गर्दन की बलि