हमीरपुर जनपद के भरुआ सुमेरपुर में अतिक्रमणकारियों ने राहत महसूस की है. गौरतलब है कि नगर पंचायत अध्यक्ष आनंदी प्रसाद पालीवाल ने गत अप्रैल माह में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एवं जिलाधिकारी को शिकायती पत्र सौंपकर बस स्टॉप के आसपास राजमार्ग की जमीन पर अतिक्रमण होने का आरोप लगाया था. नगर पंचायत अध्यक्ष की इस शिकायत पर 5 माह तक चली जांच पड़ताल के बाद गत 29 सितंबर को 14 अतिक्रमणकारियों को चिन्हित करके अतिक्रमण हटाने का नोटिस थमाया गया था. नोटिस में अतिक्रमण हटाने के लिए 15 दिन का समय निहित था. अतिक्रमण न हटने पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधीन कार्यरत पीएनसी कंपनी ने अतिक्रमणकारियों को अंतिम चेतावनी दी थी कि 25 अक्टूबर तक अतिक्रमण हटा ले वरना बुलडोजर चला दिया जाएगा.
सोमवार को सुबह राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के कॉरिडोर मैनेजर रामसिंह सैनी, हाईवे पेट्रोलियम मैनेजर ललित प्रसाद सिंह, देवेंद्र कुमार जायसवाल के साथ बुलडोजर आदि साजो सामान लेकर आ धमके और 2 घंटे की मोहलत देते हुए अतिक्रमण हटाने का फरमान सुना दिया. इससे अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया. पीएनसी का बुलडोजर आने की भनक पाकर व्यापार मंडल अध्यक्ष महेश गुप्ता दीपू अपनी पूरी टीम के साथ मौके पर जा धमके और अनैतिक ढंग से अतिक्रमण हटाने का जमकर विरोध किया. व्यापार मंडल के विरोध को देखते हुए पीएनसी के अधिकारियों ने तहसीलदार सदर मोहम्मद असलम के साथ थाने से पुलिस बल मौके पर बुला लिया. तब तक व्यापार मंडल अध्यक्ष ने प्रकरण से सदर विधायक युवराज सिंह, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष शिवशंकर सिंह एवं जिलाध्यक्ष ब्रजकिशोर गुप्ता को अवगत कराकर न्याय की मांग की.
व्यापार मंडल अध्यक्ष की सूचना पर सदर विधायक मौके पर पहुंचे और पीएनसी के अधिकारियों एवं सदर तहसीलदार से वार्ता करते हुए कहा कि जब तक हाईवे का विस्तारीकरण नहीं होगा. तब तक स्थाई अतिक्रमण नहीं हटाया जाएगा. उन्होंने कहा कि दीपावली पर्व के बाद चाहे तो अस्थाई अतिक्रमण हटा सकते हैं. विधायक का यह फरमान सुनने के बाद अतिक्रमण हटाने आई पीएनसी की टीम साजो सामान के साथ बैरंग वापस लौट गई. टीम के वापस जाने के बाद अतिक्रमणकारियों ने राहत की सांस ली है.