इस दौरान उन्होंने आतंकवाद को हिम्मतवाला कह डाला हालांकि बाद में उन्होंने अपनी बात को संभाल लिया। उन्होंने कहा कि जो आतंकवादी होता है वह भी युवा है। वह भी हिम्मत का काम करने जाते हैं। पर वह गलत दिशा में काम करते है, इसलिए उन्हें सही दिशा में काम करने की ज़रूरत है।
इस सभा के बाद राम नाईक ने पत्रकार वार्ता भी की, लेकिन वह बढ़े हुए क्राइम के नाम पर प्रदेश सरकार को बचाते हुए दिखे और क्राइम के नाम पर प्रदेश को पहले से अच्छी स्थिति में बताया।
वोटरलिस्ट में गड़बड़ी को बताया गंभीर- इस मौके पर राज्यपाल ने ईवीएम मशीन पर कुछ भी बोलने के बजाय वोटरलिस्ट पर ज़रूर सवाल खड़े किये और वोटर लिस्ट में गड़बडी को गंभीर बतया और कहा इसकी जांच निर्वाचन आयोग करा रहा है। पत्रकारों के पूछे जाने पर कि गुजरात में किसकी सरकार बनेगी तो उन्होंने कहा मैं राज्यपाल हूँ और राजनैतिक मुद्दे पर कुछ नहीं बोलूंगा। साथ ही हमीरपुर के राठ नगर में आने के बाद उन्हें जब पता चला कि ये नगरी महाभारत के समय की है और साथ ही उस समय के कई भव्य मंदिर व बहुत सी ऐतिहासिक धरोहर आज भी यहां पर मौजूद है, तो ये जान कर उन्हें आश्चर्य हुआ क्योंकि उन्हें इस बात का पता नहीं थे। महाभारत कालीन की इस धरती पर आने के बाद वह धन्य हो गए हैं।