मृतक के तीन पुत्र हैं जिनमें बड़ा पुत्र राजेंद्र अपने परिवार के साथ मौदहा के डॉक्टर देवेन्द्र के यहां पर किराए के मकान पर रहता है। दूसरा पुत्र अर्जुन (26) उर्फ बव्वा शराब का लती है और आए दिन शराब पीकर घर में उत्पात मचाता है। तीसरा पुत्र बुद्धू उर्फ दयाशंकर (25) भी मजदूरी करता है। जबकि आरोपी पुत्र अर्जुन शराब का आदी है और आए दिन बंटवारे के लिए लड़ाई झगड़ा और अपनी शादी के लिए दबाव बनाता था और बीती रात भी झगड़ा हुआ था।
रविवार की सुबह 10 बजे सुन्ना की पत्नी रानी काम पर चली गई। उस वक्त घर पर उसका छोटा पुत्र बुद्धू, अर्जुन और पति सुन्ना थे। किसी काम से छोटा पुत्र बुध्दु भी किसी काम से बाहर चला गया था। इसी का फायदा उठाकर अर्जुन ने पिता की रस्सी से गलाघोंट कर हत्या कर दी। दोपहर की छुट्टी में खाना खाने घर आई मृतका की पत्नी रानी ने जैसे ही दरवाजा खोला तो आंगन में पति की लाश देखकर चीखने लगी। वह रोते बिलखते हुए कोतवाली पहुंची जहां उसने पुलिस को घटना की सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही कोतवाल राजकुमार सिंह ने पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।
अपर पुलिस अधीक्षक लाल साहब यादव और क्षत्राधिकारी ओमप्रकाश यादव ने घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। इस घटना से मृतक के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। हत्यारोपी पुत्र की तलाश में पुलिस की टीमें जुटी हुई है और शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।