घटना की सूचना मिलने पर मीडिया कर्मी श्री गोशाला पहुंचे। गोशाला समिति अध्यक्ष दयानन्द खोखेवाला व सरंक्षक जयशंकर फतेहपुरिया ने पत्रकारों को बताया कि बुधवार को दोनों गोशाला में एक ही स्थान से हरा चारा आया था किन्तु नई गोशाला में दो शेड के नीचे बैठी गायों की तबीयत खराब देखकर गोसेवकों ने पदाधिकारियों को सूचना दी। इसके बाद मौके पर गोसेवक और राजकीय पशु चिकित्सालय के डॉ. रंजन देशवाल, डॉ. थालौड़ व अन्य कर्मचारी पहुंचे। वहां पर बीमार गायों का उपचार किया गया किन्तु 29 गायों की फंगस के कारण मौत हो गई। पशु चिकित्सक रंजन देशवाल ने बताया कि मृत गायों के एक जैसे लक्षण होने के कारण एक गाय का पोस्टमार्टम किया गया।
नागरिकों ने की जांच की मांग
घटना को लेकर नागरिकों ने गोशाला प्रबन्धकों पर गायों की मौत के मामले को छुपाने का आरोप लगाते हुए गायों की मौत के मामले को गम्भीरता से लेने व प्रशासन से जांच करने का आग्रह किया है। इस घटना को लेकर ग्रामीण अंजनी बंसल, रीटा व खेताराम जाट ने भादरा उपखण्ड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर गोशाला में गायों की संदिग्ध मौत के मामले को लेकर जांच करने की मांग की है।
जांच के आदेश
उपखण्ड अधिकारी राजकुमार कस्वां ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस एवं पशु चिकित्सक को मौके पर भेज दिया गया व उप तहसीलदार को जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही सभी मृत गायों के पोस्टमार्टम का आदेश दिया गया है।