एनडीपीएस एक्ट में जेल में बंद 31 बंदी भूख हड़ताल पर
हनुमानगढ़Published: Dec 02, 2021 10:29:26 pm
हनुमानगढ़. एनडीपीएस एक्ट में न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागृह में बंद विचाराधीन बंदी अपने केस की सुनवाई नहीं होने से आक्रोशित हैं। मजिस्ट्रेट का पद रिक्त होने की वजह से सुनवाई नहीं होने का हवाला देकर बुधवार से 31 बंदियों ने जिला जेल में भूख हड़ताल शुरू कर दी।
एनडीपीएस एक्ट में जेल में बंद 31 बंदी भूख हड़ताल पर
एनडीपीएस एक्ट में जेल में बंद 31 बंदी भूख हड़ताल पर
– मजिस्ट्रेट के रिक्त पद के चलते केस की सुनवाई न होने से नाराज
हनुमानगढ़. एनडीपीएस एक्ट में न्यायिक अभिरक्षा में जिला कारागृह में बंद विचाराधीन बंदी अपने केस की सुनवाई नहीं होने से आक्रोशित हैं। मजिस्ट्रेट का पद रिक्त होने की वजह से सुनवाई नहीं होने का हवाला देकर बुधवार से 31 बंदियों ने जिला जेल में भूख हड़ताल शुरू कर दी। वे गुरुवार को दूसरे दिन भी बेमियादी अनशन पर रहे। बंदियों ने मांग पूरी होने पर ही आंदोलन समाप्त करने की बात कही है।
बंदियों के अनशन से जेल प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए हैं। गुरुवार को जेल प्रशासन की ओर से अनशनकारी सभी 31 बंदियों का जिला कारागृह में मेडिकल चेकअप करवाया गया। जिला कारागृह के उप कारापाल मोहम्मद इकबाल भाटी ने बताया कि जेल में एनडीपीएस एक्ट के मामलों में गिरफ्तार करीब 300 बंदी हैं। वर्तमान में एनडीपीएस न्यायालय के न्यायाधीश का पद रिक्त है। इस कारण एनडीपीएस एक्ट के मामले में जेल में बंद कई बंदियों के केसों की सुनवाई नहीं हो पा रही है। बंदियों का कहना है कि केस की सुनवाई नहीं होने से परिजन तथा वे स्वयं काफी परेशान हैं। कुछ दिन पहले एनडीपीएस एक्ट के मामले में जेल में बंद इन बंदियों ने इस संबंध में जेल प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था और मजिस्ट्रेट नियुक्त कर केसों की सुनवाई नहीं होने पर एक दिसम्बर से भूख हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी थी। पूर्व घोषणानुसार बुधवार को 31 बंदियों ने जेल में भूख हड़ताल शुरू कर दी। जेल प्रशासन की ओर से इसकी सूचना जिला कलक्टर, जिला एवं सेशन न्यायाधीश, रजिस्ट्रार राजस्थान हाईकोर्ट को बुधवार को ही दे दी गई थी। गुरुवार को उक्त 31 बंदियों की भूख हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। उप कारापाल भाटी के अनुसार अनशनकारी बंदियों की जेल से सम्बन्धित कोई मांग नहीं उठाई है।