script20 बेड का आईसीयू चलाने के लिए चाहिए 45 जनों का स्टॉफ, उद्घाटन के बाद किया बंद | 45 people needed to run 20 bed ICU, closed after inauguration | Patrika News
हनुमानगढ़

20 बेड का आईसीयू चलाने के लिए चाहिए 45 जनों का स्टॉफ, उद्घाटन के बाद किया बंद

20 बेड का आईसीयू चलाने के लिए चाहिए 45 जनों का स्टॉफ, उद्घाटन के बाद किया बंद- केवल कोविड रोगियों के लिए रहेगा आईसीयू- कोविड-19 में राज्य और केंद्र सरकार ने भेजे थे वेंटिलेटरहनुमानगढ़. टाउन स्थित महात्मा गांधी राजकीय चिकित्सालय जिले का पहला अस्पताल है, जहां बीस बेड के आईसीयू की सुविधा है।

हनुमानगढ़May 18, 2022 / 11:18 am

adrish khan

20 बेड का आईसीयू चलाने के लिए चाहिए 45 जनों का स्टॉफ, उद्घाटन के बाद किया बंद

20 बेड का आईसीयू चलाने के लिए चाहिए 45 जनों का स्टॉफ, उद्घाटन के बाद किया बंद

20 बेड का आईसीयू चलाने के लिए चाहिए 45 जनों का स्टॉफ, उद्घाटन के बाद किया बंद
– केवल कोविड रोगियों के लिए रहेगा आईसीयू
– कोविड-19 में राज्य और केंद्र सरकार ने भेजे थे वेंटिलेटर
हनुमानगढ़. टाउन स्थित महात्मा गांधी राजकीय चिकित्सालय जिले का पहला अस्पताल है, जहां बीस बेड के आईसीयू की सुविधा है। लेकिन आईसीयू के संचालन के लिए पर्याप्त स्टॉफ नहीं होने के कारण उद्घाटन के बाद ही इस पर ताला लटका दिया गया है। हालांकि अस्पताल प्रशासन का तर्क है कि इस आईसीयू को कोविड के रोगियों को भर्ती करने के लिए निधार्रित किया गया है। वहीं इस आईसीयू के संचालन के लिए करीब 45 स्टॉफ चाहिए। तब जाकर इसका यूनिट का संचालन किया जा सकेगा। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने आईसीयू के संचालन के लिए निर्देश थे। लेकिन राज्य सरकार स्टॉफ लगाना भूल गई। राज्य सरकार के निर्देशानुसार 12 अप्रेल 2022 को जिला अस्पताल के पुराने एमटीसी वार्ड में आईसीयू का विधिवत रूप से उद्घाटन विधायक चौधरी विनोद कुमार ने किया था। वर्तमान में जिला अस्पताल में पांच बेड का आईसीयू की ही सुविधा है। जबकि आमजन को उम्मीद थी कि बीस बेड का आईसीयू जिला अस्पताल में होने से रोगी व परिजनों को राहत मिलेगी और प्राइवेट अस्पतालों के आईसीयू के लिए भारी शुल्क भी नहीं देना पड़ेगा। दरअसल जिला अस्पताल में आईसीयू की सुविधा निशुल्क है और प्राइवेट अस्पतालों में 2500 से 5000 रुपए प्रतिदिन शुल्क लिया जाता है।
इतने हैं वेटिलेटर
जिला अस्पताल के पास कुल 28 वेंटिलेटर हैं। इनमें से एक वेंटिलेटर खराब है। 20 वेंटिलेटर इस आईसीयू में स्थापित गए हैं। जबकि पांच वेंटिलेटर वर्तमान में संचालित आईसीयू में है। इसे दानदाताओं के सहयोग से शुरू किया गया था। वहीं कोविड -19 में रोगियों के बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल को कुल 21 वेंटिलेटर मिले थे। इनमें से 14 वेंटिलेटर केंद्र सरकार की ओर से भेजे गए थे और 7 वेंटिलेटर राज्य सरकार ने जिला अस्पताल को दिए थे।

56 को हटा चुके, 20 के आने की उम्मीद
अस्पताल प्रशासन को उम्मीद है कि आने वाले सप्ताह में 20 कर्मचारियों को चिकित्सालय में लगाया जा सकता है। लेकिन इनके आने के बावजूद आईसीयू के संचालन में संशय रहेगा। हाल ही में स्वास्थ्य विभाग ने
कोविड के दौरान रखे गए करीब 56 कर्मचारियों को हटा चुके हैं।
कोविड के लिए निधार्रित है
्रनया आईसीयू कोविड के लिए निधार्रित है। इसमें कोविड वार्ड के रोगियों को ही भर्ती किया जाएगा। बीस बेड का आईसीयू चलाने के लिए करीब 45 जनों का स्टॉफ चाहिए।
ृडॉ. मुकेश पोटलिया, पीएमओ, जिला अस्पताल
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