scriptनिर्माण की गुणवत्ता जांचने को अफसर ही नहीं, 844 अभियंताओं और कर्मचारियों के पद हैं रिक्त | 844 engineers and staff posts are not only vacant to check the qualit | Patrika News
हनुमानगढ़

निर्माण की गुणवत्ता जांचने को अफसर ही नहीं, 844 अभियंताओं और कर्मचारियों के पद हैं रिक्त

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हनुमानगढ़. इंदिरागांधी नहर राजस्थान और पंजाब भाग की सूरत को संवारने के लिए ३२९१ करोड़ का प्रोजेक्ट स्वीकृत हो गया है। लेकिन अजीब स्थिति है कि इस अहम प्रोजेक्ट को पूरा करवाने के लिए जितने स्टॉफ की जरूरत है, उतना स्टॉफ जल संसाधन विभाग उत्तर संभाग कार्यालय के पास उपलब्ध नहीं है। हालत यह है कि प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग यूनिट कार्यालय का संचालन तो हनुमानगढ़ में कर दिया गया है। लेकिन इसमें ज्यादातर स्टॉफ को कार्य व्यवस्था के तहत ही लगाया गया है।
 

हनुमानगढ़Nov 12, 2019 / 11:19 am

Purushottam Jha

निर्माण की गुणवत्ता जांचने को अफसर ही नहीं, 844 अभियंताओं और कर्मचारियों के पद हैं रिक्त

निर्माण की गुणवत्ता जांचने को अफसर ही नहीं, 844 अभियंताओं और कर्मचारियों के पद हैं रिक्त

निर्माण की गुणवत्ता जांचने को अफसर ही नहीं, ८४४ अभियंताओं और कर्मचारियों के पद हैं रिक्त
-मार्च-अप्रैल में इंदिरागांधी नहर राजस्थान-पंजाब भाग में शुरू होना है ३२९१ करोड़ का मरम्मत प्रोजेक्ट

हनुमानगढ़. इंदिरागांधी नहर राजस्थान और पंजाब भाग की सूरत को संवारने के लिए ३२९१ करोड़ का प्रोजेक्ट स्वीकृत हो गया है। लेकिन अजीब स्थिति है कि इस अहम प्रोजेक्ट को पूरा करवाने के लिए जितने स्टॉफ की जरूरत है, उतना स्टॉफ जल संसाधन विभाग उत्तर संभाग कार्यालय के पास उपलब्ध नहीं है। हालत यह है कि प्रोजेक्ट मॉनीटरिंग यूनिट कार्यालय का संचालन तो हनुमानगढ़ में कर दिया गया है। लेकिन इसमें ज्यादातर स्टॉफ को कार्य व्यवस्था के तहत ही लगाया गया है।
निर्माण की गुणवत्ता जांचने को लेकर विभाग स्तर पर गठित क्वालिटी कंट्रोल हनुमानगढ़ सर्किल की हालत तो और भी दयनीय हो गई है। इस सर्किल में अधिशाषी अभियंता, सहायक अभियंता के अलावा तकनीकी रिपोर्ट तैयार करने वाले कर्मचारियों के कुल ३८ पद स्वीकृत हैं। लेकिन इनमें १७ पद ही भरे हुए हैं जबकि २१ पद रिक्त चल रहे हैं। पूरे उत्तर संभाग हनुमानगढ़ कार्यालय की बात करें तो कुल १६१३ पदों में ८४४ अभियंताओं और कर्मचारियों के पद खाली पड़े हैं।
ऐसी स्थिति में आईजीएनपी का इतना बड़ा प्रोजेक्ट शुरू होता है तो विभागीय टीम को नहर निर्माण की गुणवत्ता जांचने में काफी पसीना बहाना पड़ सकता है। लंबे-चौड़े क्षेत्र में मरम्मत कार्य चलने पर अधिकारियों को आशंका है कि इनकी गुणवत्ता जांचने में विभाग का क्वालिटी कंट्रोल यूनिट कहीं बेकंट्रोल नहीं हो जाए।
इंदिरागांधी नहर निर्माण के लंबे समय बाद शुरू होने वाले मरम्मत प्रोजेक्ट की गंभीरता को देखते हुए जल संसाधन उत्तर संभाग हनुमानगढ़ कार्यालय के मुख्य अभियंता ने हालांकि रिक्त पदों की रिपोर्ट तैयार करके मुख्यालय को अवगत करवा दिया है। लेकिन अभी तक सरकार ने रिक्त पदों को भरने के प्रति गंभीरता नहीं दिखाई है। अगर समय रहते सरकार ने खाली पदों को भरने में रुचि नहीं दिखाई तो आने वाली बंदी मौजूदा विभागीय अभियंताओं के लिए काफी चुनौतीपूर्ण साबित होगी।
सर्किल का कार्यक्षेत्र बड़ा
क्वालिटी कंट्रोल हनुमानगढ़ सर्किल का कार्य क्षेत्र काफी लंबे-चौड़े में फैला हुआ है। नोहर-भादरा, रावतसर, पीलीबंगा, संगरिया, हनुमानगढ़, टिब्बी, सादलुशहर, सूरतगढ़, श्रीगंगानगर, अनूपगढ़ के साथ ही श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ का पूरा क्षेत्र व बीकानेर जिले का कुछ क्षेत्र इस सर्किल के अधीन आता है। इंदिरागांधी नहर से प्रदेश की लाखों हेक्टेयर भूमि सिंचित हो रही है। जबकि दस जिलों के करोड़ों लोगों की प्यास बुझ रही है।
रिक्त पदों की स्थिति
जल संसाधन विभाग हनुमानगढ़ में क्वालिटी कंट्रोल सर्किल में एक्सईएन का एक, एईएन के चार, जेईएन के पांच व कर्मचारियों के छह पद रिक्त हैं। इसी तरह जल संसाधन विभाग कार्यालय उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के पूरे क्षेत्र की बात करें तो जेईएन के ६५, अधीक्षण अभियंता के चार, सहायक अभियंता के २६ व कनिष्ठ सहायक के १२० पद रिक्त हैं। इन रिक्त पदों पर नियुक्ति को लेकर सरकार दिलचस्पी नहीं दिखा रही है।
……..फैक्ट फाइल…….
-इंदिरागांधी नहर पंजाब और राजस्थान भाग में मरम्मत को लेकर ३२९१ करोड़ का प्रोजेक्ट स्वीकृत।
-उत्तर संभाग हनुमानगढ़ कार्यालय की बात करें तो कुल १६१३ पदों में ८४४ अभियंताओं और कर्मचारियों के पद खाली पड़े हैं।
-नहरी क्षेत्रों से राज्य में ४००० करोड़ का उत्पादन हो रहा है।
-मरम्मत को लेकर नहरों पर ०४ वर्ष तक चलेगा कार्य।
…….वर्जन…..
वस्तुस्थिति से करवाया अवगत
विभाग में रिक्त पदों की संख्या काफी हो गई है। इससे मुख्यालय को अवगत करवा दिया है। एनडीबी के वित्तीय सहयोग से मार्च-अप्रैल में प्रस्तावित इंदिरागांधी नहर के मरम्मत प्रोजेक्ट को देखते हुए कन्सलटेंसी एजेंसी से अनुबंध किया है। मरम्मत प्रोजेक्ट के दौरान थर्ड पार्टी के तौर पर यह काम करेगी। इंदिरागंाधी नहर के मरम्मत का यह प्रोजेक्ट चार वर्ष में पूर्ण होगा।
विनोद कुमार मित्तल, मुख्य अभियंता, जल संसाधन उत्तर संभाग हनुमानगढ़
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