आबकारी विभाग हनुमानगढ़ में एक करोड़ के गबन के मामले में भादरा के एक ठेकेदार ने 5 लाख 74 हजार की ठगी का आरोप लगाते हुए आबकारी थाना प्रभारी कमलसिंह व कर्मचारी के खिलाफ भादरा पुलिस थाने में गत दिनों मामला दर्ज करवाया था। उम्मेद सिंह पुत्र सूरजभान जाति यादव निवासी जाटान तहसील भादरा ने यह मामला इस्तगासे के जरिए दर्ज करवाया था। इसमें आबकारी थाना प्रभारी भादरा कमलसिंह व आबकारी भादरा के क्लर्क इंद्रजीत सिंह पर धोखाधड़ी कर आबकारी शराब नगद जमा करवाकर राजस्व आबकारी में न जमा करवाकर निजी खाते में जमा करवाकर परिवादी से दोबारा बकाया निकालकर राशि की मांग करने का आरोप लगाया है। भादरा पुलिस ने दोनों के खिलाफ भादंसं की धारा 420, 467, 468, 471, 120बी, 167 के तहत मामला दर्ज कर लिया। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।
पुराने रिकार्ड खंगालने के लिए भेजे उदयपुर व जोधपुर के अधिकारी हनुमानगढ़. आबकारी विभाग में एक करोड़ के गबन के मामले में जांच के बाद अब उदयपुर मुख्यालय ने पुराना रिकार्ड खंगालने के लिए उदयपुर व जोधपुर के अधिकारी को हनुमानगढ़ जिला आबकारी कार्यालय भेजा है।
दोनों लेखाधिकारी की ओर से वित्तीय वर्ष 2018-19 के ईग्रास पर अपलोड चालान, परमिट व चालान की जमा कॉपी की जांच की जा रही है। जानकारी के अनुसार इस जांच को करने के लिए एक सप्ताह से अधिक समय लगेगा। क्योकिं गत दिनों में छह माह के गबन की जांच के लिए पांच सदस्य टीम के साथ कार्यालय के कर्मचारियों ने सहयोग किया तो करीब पांच दिन में जांच पूरी हो पाई थी। इधर, जिला आबकारी अधिकारी संजीव कुमार पटावरी ने बताया कि भादरा की एक दुकान की ओर से मूल राशि जमा भी करवाई गई है।
लाइसेंसधारी की ओर से इसकी ब्याज राशि भी जल्द ही जमा करवाई जाएगी। गौरतलब है कि बैंक की फर्जी मुहर लगाकर जाली चालान के आधार पर एक करोड़ रुपए के गबन के मामले की जांच के बाद उदयपुर टीम दस्तावेजों के साथ हनुमानगढ़ आबकारी कार्यालय से उदयपुर के लिए गुरुवार को गई थी। इस बीच बीकानेर आबकारी विभाग के लेखाधिकारी तीन दिन और रहकर जांच करके गए थे। जानकारी के अनुसार एक अप्रेल 2019 से तीस सितंबर 2019 तक हुई जांच में करीब 96 लाख रुपए के गबन होने की पुष्टि हो चुकी है। हालांकि आबकारी विभाग इसमें से करीब 6 लाख 320 रुपए छोड़कर शेष राशि की रिकवरी भी कर चुका है।