बताया कि बैंकों ने ऋण वसूली अभियान तहत छोटे किसानों को अप्रत्यक्ष रुप से प्रताड़ित किया जा रहा है। ऋण जमा नहीं कराने पर जमीन नीलामी की धमकी दी जा रही है। हालांकि किसानों की फसल पैदावार कम होने और उचित मूल्य नहीं मिलने से लगातार वे आर्थिक तंगी में हैं। जिसके चलते ऋण अदायगी नहीं कर पा रहे। लेकिन बैंक इस ओर ध्यान नहीं देकर भूमि नीलामी प्रक्रिया अपना रहे हैं।
यह भी पढ़ें
राजकुमार शर्मा ने विधानसभा जाकर दिया इस्तीफा, कालीचरण सराफ पर लगाए कई आरोप
आप नेताओं ने कहा कि किसान की रोजी-रोटी का जरिया उसकी एकमात्र खेतीहर जमीन यदि नीलाम हो गई तो उसके परिवार को भूखों मरने की नौबत आ जाएगी। ऐसी स्थिति में नीलामी नहीं करवाने के लिए पाबंद करने के आदेश बैंकों को दिए जाए। शाम चार बजे तक चले धरने दौरान हुई सभा में आप नेताओं ने भाजपा सरकार पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार किसान विरोधी है। वे धन्नासेठ और पूंजीपतियों के विकास की ओर अग्रसर हैं। किसान की हालत प्रदेश में बुरी तरह से बिगड़ी हुई है लेकिन उन्हें उनकी समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। यह भी पढ़ें