अगले माह मांग के अनुसार पानी मिलने के आसार
हनुमानगढ़Published: Aug 11, 2019 09:58:15 pm
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हनुमानगढ. इंदिरागांधी नहर क्षेत्र के किसानों को अगले माह भी मांग के अनुसार सिंचाई पानी मिलने के आसार हैं। पौंग और भाखड़ा बांध के जल स्तर में गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष काफी इजाफा होने से ऐसा संभव होगा। इससे खरीफ फसलों में सिंचाई पानी की कमी नहीं आएगी। अगले माह के सिंचाई पानी का निर्धारण करने को लेकर १४ अगस्त को बीबीएमबी की बैठक बुलाई गई है।
अगले माह मांग के अनुसार पानी मिलने के आसार
-खरीफ फसलों में नहीं आएगी सिंचाई पानी की कमी
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हनुमानगढ. इंदिरागांधी नहर क्षेत्र के किसानों को अगले माह भी मांग के अनुसार सिंचाई पानी मिलने के आसार हैं। पौंग और भाखड़ा बांध के जल स्तर में गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष काफी इजाफा होने से ऐसा संभव होगा। इससे खरीफ फसलों में सिंचाई पानी की कमी नहीं आएगी। अगले माह के सिंचाई पानी का निर्धारण करने को लेकर १४ अगस्त को बीबीएमबी की बैठक बुलाई गई है। चंडीगढ़ में होने वाली बैठक में राजस्थान के अलावा पंजाब और हरियाणा सहित बीबीएमबी से जुड़े अन्य राज्यों के शेयर का निर्धारण किया जाएगा। नौ अगस्त २०१९ को पौंग बांध का जल स्तर १३५१.७३ फीट था। इसमें आवक २८०६२ क्यूसेक व निकासी१०००९ क्यूसेक हो रही थी।
इसी तरह भाखड़ा बांध का लेवल-१६६३.४० फीट था। जबकि आवक ६०७०० क्यूसेक व निकासी ३१९२१ क्यूसेक हो रही थी। इस वर्ष खरीफ सीजन में अभी तक पांच लाख हैक्टेयर के करीब क्षेत्र में फसलों की बिजाई हो चुकी है। इन फसलों को आगे सिंचाई पानी की दिक्कत नहीं आएगी। जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार 1981 में पांच राज्यों के बीच हुए जल समझौते के तहत राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली तथा जम्मू-कश्मीर में पेयजल तथा सिंचाई पानी उपलब्ध करवाने के लिए पांचों राज्यों के प्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक चंडीगढ़ में होती है। बीबीएमबी की बैठक में सभी सदस्यों की उपस्थिति में डैम के जल स्तर के अनुपात में राज्यों को पानी वितरित किया जाता है।
21 मई से 21 सितंबर तथा फिलिंग अवधि तथा 21 सितंबर से 20 मई तक डिप्लिशन अवधि के हिसाब से विभिन्न राज्यों को वितरित होने वाले पानी के हिस्से का निर्धारण होता है। वर्तमान में इंदिरागांधी नहर को चार में दो समूह में चलाया जा रहा है। जल संसाधन विभाग उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता विनोद मित्तल ने बताया कि अगले माह भी राजस्थान की नहरों में वर्तमान रेग्यूलेशन को यथावत रखा जाए, इस तरह का प्रस्ताव बीबीएमबी की बैठक में रखेंगे।