शेयर बाजार में मुनाफे के फेर में लेखाधिकारी का खाता खाली
हनुमानगढ़Published: Aug 02, 2021 08:52:15 pm
हनुमानगढ़. उप महानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग कार्यालय के सहायक लेखाधिकारी प्रथम को शेयर मार्केट में मुनाफा कमाने के फेर में फंसकर लगभग चार लाख रुपए की चपत लग गई। इस संबंध में तीन जनों के खिलाफ जंक्शन थाने में मामला दर्ज कराया गया है।
शेयर बाजार में मुनाफे के फेर में लेखाधिकारी का खाता खाली
शेयर बाजार में मुनाफे के फेर में लेखाधिकारी का खाता खाली
– सहायक लेखाधिकारी से करीब चार लाख रुपए हड़पने का मामला दर्ज
हनुमानगढ़. उप महानिरीक्षक पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग कार्यालय के सहायक लेखाधिकारी प्रथम को शेयर मार्केट में मुनाफा कमाने के फेर में फंसकर लगभग चार लाख रुपए की चपत लग गई। इस संबंध में तीन जनों के खिलाफ जंक्शन थाने में मामला दर्ज कराया गया है। तीनों आरोपियों ने लेखाधिकारी को झांसे में लेकर कभी लाभ तो कभी हानि दिखाकर अलग-अलग समय में बैंक खातों में ऑनलाइन 3 लाख 80 हजार रुपए ट्रांसफर करवा लिए। बाद में 14 लाख रुपए से अधिक का घाटा दिखाकर पैसे मांगने शुरू कर दिए। इसके लिए दबाव बनाना शुरू किया तो पुलिस तक मामला पहुंचा।
पुलिस के अनुसार ऋषि कुमार भारद्वाज (55) पुत्र टिकमदत भारद्वाज निवासी नोहर हाल सिविल लाइन जंक्शन ने रिपोर्ट दी कि उसके पास 17 मार्च को फोन कर किसी ने अपना आदित्य बताते हुए कहा कि वह शेयर मार्केट का काम करता है। उसने शेयर मार्केट से अच्छा मुनाफा कमाने का उसे प्रलोभन दिया। इसके पश्चात आदित्य का बार-बार फोन आता रहा। ज्यादा जोर देने पर उसने हामी भर दी तो आदित्य ने अशोक भाई नाम के व्यक्ति के मोबाइल नम्बर दिए। उसने खाता खुलवाने के लिए पहले 20 हजार रुपए जमा करवाने के लिए कहा। चार अप्रेल को फोन-पे के जरिए 20 हजार रुपए अशोक भाई एस सुथार नाम के खाते में जमा करवा दिए। अशोक ने कहा कि उसका खाता खुल गया है। यह खाता जीतू भाई हैंडल करेंगे। आप उनसे सम्पर्क करो।
जीतू भाई नाम के आदमी ने 9 अप्रेल को उसे एक स्टेटमेंट भेजते हुए 53 हजार 383 रुपए का लाभ होना दिखाया। यह राशि सात दिन बाद खाते में ट्रांसफर की बात कही। अधिक लाभ के लिए 12 अप्रेल को उसी खाते में परिवादी ने 20 हजार रुपए और जमा करवा दिए। बाद में उन पैसों से खरीदे शेयरों में हानि दिखाकर और रुपए मांगे। आरोपियों ने प्रलोभन दिखाकर अलग-अलग अवधि में कुल 3 लाख 80 हजार रुपए जमा करवा लिए। इसके बाद जीतू ने 23 अप्रेल को स्टेटमेंट भेजते हुए उसे 14 लाख 31 हजार 685 रुपए का घाटा दिखाते हुए पैसे जमा करवाने को कहा। इसके लिए दबाव बनाया तो उसने 27 अप्रेल को उसी खाते में 2 लाख रुपए जमा करवा दिए। अब शेष रुपए के लिए जीतू एवं अशोक उसे बार-बार फोन कर रहे हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।