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दो बार हो चुका भूमि का आवंटन, पांच करोड़ के बजट का अब भी इंतजार

locationहनुमानगढ़Published: May 28, 2022 08:03:49 pm

Submitted by:

adrish khan

दो बार हो चुका भूमि का आवंटन, पांच करोड़ के बजट का अब भी इंतजार- जंक्शन के रिले केंद्र के पास अस्पताल निर्माण के लिए ४५०० वर्गमीटर भूमि आरक्षितहनुमानगढ़. जंक्शन के रिले केंद्र के पास प्रस्तावित अस्पताल के लिए दो बार भूमि का आवंटन हो चुका है।

दो बार हो चुका भूमि का आवंटन, पांच करोड़ के बजट का अब भी इंतजार

दो बार हो चुका भूमि का आवंटन, पांच करोड़ के बजट का अब भी इंतजार

दो बार हो चुका भूमि का आवंटन, पांच करोड़ के बजट का अब भी इंतजार
– जंक्शन के रिले केंद्र के पास अस्पताल निर्माण के लिए ४५०० वर्गमीटर भूमि आरक्षित
हनुमानगढ़. जंक्शन के रिले केंद्र के पास प्रस्तावित अस्पताल के लिए दो बार भूमि का आवंटन हो चुका है। लेकिन अभी तक बजट की स्वीकृति नहीं मिली है। माना जा रहा है कि अस्पताल निर्माण के लिए करीब पांच करोड़ के बजट की आवश्यता होगी। अस्पताल भवन निर्माण प्रस्ताव को सप्लीमेंट्री पीआईपी में भी शामिल किया जा चुका है। मगर अब तक बजट नहीं मिला है। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने गत वर्ष अगस्त में निदेशालय को पत्र लिखा था। इसमें जिक्र किया की हनुमानगढ़ जंक्शन जिला मुख्यालय पर वर्ष 2007 में स्वीकृत राजकीय चिकित्सालय कैनाल कॉलोनी (30 बैड) जल संसाधन विभाग द्वारा उपलब्ध कराया गया। यह भवन पूर्णतया क्षतिग्रस्त, जर्जर व पर्याप्त भवन है। इस चिकित्सालय में इण्डोर उपचार हेतु वार्ड, लेबररूम, टीकाकरण रूम, आपातकालीन कक्ष एवं आउटडोर रूम्स का पूर्ण अभाव है। चिकित्सालय भवन के अभाव में क्षेत्र की लगभग 2.50 लाख की आबादी विशेषज्ञ चिकित्सा एवं आपाताकालीन चिकित्सा जिला चिकित्सालय पर निर्भर है। चिकित्सालय के भवन निर्माण के लिए नगरपरिषद हनुमानगढ़ ने श्रीगंगानगर रेलवे लाईन कॉसिंग के पास दूरदर्शन रिले केन्द्र के पीछे 4500 वर्गमीटर भूमि आवंटित कर चुकी है।
१४ वर्ष से इंतजार
एनएचएम की पीआईपी में भी शामिल कर निर्माण प्रस्तावित किया जा चुका है। लेकिन स्वीकृति के 14 वर्ष उपरान्त भी इस चिकित्सालय के भवन निर्माण की स्वीकृति अभी तक जारी नहीं हो पाई है। दरअसल नाबार्ड की ओर से राजकीय अस्पताल, कैनाल कॉलोनी के भवन निर्माण पर सैद्धांतिक सहमति दी जा चुकी है। अस्पताल का नया भवन दूरदर्शन रिले केन्द्र के पास आवंटित भूमि पर बनाया जाना है। यहां जंक्शन के तीस बेड राजकीय चिकित्सालय के नाम से भूमि आवंटित है। अस्पताल भवन निर्माण के लिए जो जमीन आवंटित है, उस पर करीब दो साल पहले चिकित्सा निदेशालय ने आपत्ति लगा दी थी। नगर परिषद की ओर से भूमि आवंटन के करीब चार साल बाद चिकित्सा निदेशालय ने ऐसा किया था। लेकिन अब यह मसला हल हो चुका है। मापदंडों के अनुरूप भूमि होने की सूचना चिकित्सा अधिकारी मुख्यालय को भिजवा चुके हैं।

पहले भूमि को बताया था कम
चिकित्सा विभाग ने वार्षिक बजट कार्ययोजना प्रोजेक्ट इंपलीमेंटेशन प्रोग्राम (पीआईपी) में शामिल कराने के लिए अस्पताल भवन निर्माण संबंधी प्रस्ताव मुख्यालय को भिजवाया था। मुख्यालय के अफसरों ने आवंटित जमीन को नाकाफी बताते हुए बजट जारी करने से इनकार कर दिया था। बाद में अस्पताल भवन के लिए पर्याप्त जमीन नगर परिषद से आवंटित कराई गई। हालांकि कई बार प्रस्ताव भिजवाने के बावजूद उसे पीआईपी में शामिल नहीं किया गया था। मगर अंतिम बार जो प्रस्ताव भिजवाया था, उसे सप्लीमेंट्री पीआईपी में शामिल किया जा चुका है। ऐसे में अभी तक बजट नहीं मिला है।
१५०० वर्ग मीटर अतिरिक्त भूमि का आवंटन
नगर परिषद ने वर्ष 2014 में जंक्शन तीस बेड अस्पताल के लिए दूरदर्शन रिले केन्द्र के पास करीब तीन हजार वर्ग मीटर भूमि आवंटित की थी। इसके चार साल बाद चिकित्सा निदेशालय ने आवंटित भूमि को कम बताया था। इसके बाद नगर परिषद ने १५०० वर्ग मीटर अतिरिक्त भूमि का आवंटन किया।

फैल हो चुके प्रयास
एनएचएम ने अस्पताल भवन निर्माण के लिए बजट देने से मना कर दिया था। फिर वर्ष 2016 में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने एमएसडीपी के तहत प्रक्रिया शुरू की। वर्ष 2017 में यह प्रस्ताव भी फेल हो गया। पुन: चिकित्सा निदेशालय से बजट हासिल करने का प्रयास शुरू किया।
अस्पताल को करेंगे शिफ्ट
्रभवन बनने के बाद ही इस जगह पर तीस बेड का अस्पताल का संचालन किया जाएगा। कैनाल कॉलोनी स्थित सीएचसी को बंद कर दिया जाएगा। यहां पर्याप्त संख्या में चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ, लैब तकनीशियन आदि कार्यरत हैं। लेकिन भवन जर्जर होने के कारण रोगियों को इनडोर सहित कई लाभ नहीं मिल पा रहे। गौरतलब है कि चिकित्सा विभाग को अस्पताल भवन निर्माण के लिए करीब पांच करोड़ रुपए का बजट मिलने की उम्मीद है।
वर्जन
बजट मिलने की उम्मीद है
प्रोजेक्ट पीआईपी में शामिल हो चुका है। इस वर्ष में बजट मिलने की उम्मीद है। करीब पांच करोड़ का बजट मिल सकता है।
डॉ. नवनीत शर्मा, सीएमएचओ, हनुमानगढ़।

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