-केंद्रीय सहकारी बैंक के एमडी के निर्देश पर गठित कमेटी में कई अधिकारियों को किया शामिल हनुमानगढ़. अल्पकालीन फसली ऋण माफी योजना में की गई ऋण माफी के सभी प्रकरणों की जांच के लिए हनुमानगढ़ केंद्रीय सहकारी बैंक ने कमेटी गठित की है। इसमें शामिल अधिकारी उन ऋण खातों की जांच करेंगे, जिनको ऋण ही नहीं मिला और ऋण माफ कर दिया गया। इसी तरह ऋण माफी के दायरे में आने वाले सभी प्रकरणों का भौतिक सत्यापन भी किया जाएगा। ऋण माफी के खातों की जांच के लिए गठित टीम में अधिशाषी अधिकारी गणेशाराम खाती, वरिष्ठ प्रबंधक प्रशासन रामकुमार सहारण, कार्यवाहक वरिष्ठ प्रबंधक ऋण जितेंद्रपाल ङ्क्षसह चौहान, प्रबंधक परिचालन परमानंद मायल, प्रबंधक बैकिंग रामावतार सिंह व दिनेश कुमार आदि बैंक अधिकारियों को शामिल किया गया है। केंद्रीय सहकारी बैंक हनुमानगढ़ के एमडी भूपेंद्र सिंह के निर्देश पर उक्त जांच कमेटी गठित की गई है। जो निर्धारित समय में जांच करके इसकी रिपोर्ट पेश करेगी। उल्लेखनीय है कि हनुमानगढ़ की उक्त बैंक की साख सीमा १५०० करोड़ है। इससे करीब २१५ ग्राम सेवा सहकारी समितियां जुड़ी है। जिनके जरिए बैंक किसानों को ऋण वितरित करता है। एक लाख से अधिक किसान इस बैंक से जुड़े हैं। चालू सीजन में १०८० करोड़ का फसली ऋण वितरित करने का लक्ष्य बैंक को दिया गया है। जिसके तहत बैंक ऋण वितरण कर रहा है। गत दिनों कर्जमाफी के निर्णय के बाद जिले में हजारों किसानों का कर्जमाफ किया गया। मगर अब कुछ जिलों में कर्जमाफी प्रकरण में गड़बड़ी नजर आने पर हनुमानगढ़ जिले में भी कर्जमाफी मामलों की जांच की जा रही है। हालांकि बैंक अधिकारियों का कहना है कि सहकारी बैंक हनुमानगढ़ में गड़बड़ी की गुंजाइंश नहीं है। क्योंकि बैंक बचत खाते के माध्यम से लेनदेन कर रहा है। बावजूद उच्च स्तरीय आदेश पर अब बैंक अधिकारी ऋणमाफी फाइलों को टटोलने में जुट गए हैं।