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अगले माह प्रदेश के किसानों को मिलेगा पूरा सिंचाई पानी, बीबीएमबी की बैठक में मई का शेयर निर्धारित

locationहनुमानगढ़Published: Apr 26, 2019 06:23:25 pm

Submitted by:

Purushottam Jha

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अगले माह प्रदेश के किसानों को मिलेगा पूरा सिंचाई पानी, बीबीएमबी की बैठक में मई का शेयर निर्धारित


हनुमानगढ़. भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) की बैठक शुक्रवार को हुई। चंडीगढ़ में हुई बैठक में राजस्थान के मई माह का शेयर निर्धारित किया गया। बैठक में राजस्थान का प्रतिनिधित्व जल संसाधन उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता विनोद मित्तल तथा रेग्यूलेशन विंग के अधीक्षण अभियंता जेएस कलसी ने किया। बीबीएमबी सदस्यों के समक्ष राजस्थान के अभियंताओं ने मई में खरीफ बिजाई के लिए इंदिरागांधी नहर को चार में दो समूह में चलाने जितना पानी देने की मांग रखी। बंाधों का जल स्तर इस वर्ष संतोषजनक होने के कारण राजस्थान के प्रस्ताव पर बीबीएमबी सदस्यों ने सहमति प्रदान कर दी। इससे इंदिरागांधी नहर के रेग्यूलेशन की स्थिति अब साफ हो गई है। पूरे मई माह के दौरान इंदिरागांधी नहर को चार में दो समूह में चलाने जितना पानी पर सहमति बनने से खरीफ की बिजाई समय पर हो सकेगी। अधीक्षण अभियंता कलसी ने बताया कि रावी व्यास से राजस्थान को एक से ३० मई तक १३५००, सतलुज वाया पंजाब से १००० व सतलुज वाया हरियाणा से ८५० क्यूसेक पानी मिलेगा। इतना शेयर निर्धारित होने से अब पूरे मई माह में इंदिरागांधी नहर में १०५५०, भाखड़ा में १२००, गंगकैनाल में २५००, सिद्धमुख नोहर फीडर में ८५०, एसजीसी खारा में २५० क्यूसेक पानी चलाया जाएगा। उक्त रेग्यूलेशन के अनुसार नहरों में पानी चलाने पर किसानों के सामने सिंचाई पानी की कमी नहीं आएगी। इससे समय पर खरीफ फसलों की बिजाई पूरी हो सकेगी। इंदिरागांधी नहर से हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चूरू, बीकानेर, नागौर, जैसलमेर सहित प्रदेश के करीब दस जिलों को जलापूर्ति हो रही है। २५ अप्रेल तक इस नहर में बंदी चल रही थी। इस अवधि में करीब १०० करोड़ से अधिक की लागत से मरम्मत कार्य करवाए गए हैं। चरणबद्ध तरीके से आगे और मरम्मत कार्य होने हैं। कार्य पूर्ण होने पर नहरों में रेग्यूलेशन के अनुसार पानी चलाना संभव होगा। वर्तमान में कुछ जगह नहरों की हालत खस्ता होने के कारण रेग्यूलेशन के अनुसार पानी चलाने में दिक्कतें आ रही है। इस समस्या का समाधान करने के लिए गत दिनों तीन हजार करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया गया था। इसके तहत चरणबद्ध तरीके से नहरों के मरम्मत के कार्य चल रहे हैं।
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