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राजस्थान की मांग पर बीबीएमबी ने लगाई मुहर, 29 फरवरी तक चलने वाले सिंचाई पानी का हुआ निर्धारण

locationहनुमानगढ़Published: Jan 17, 2020 09:29:19 pm

Submitted by:

Purushottam Jha

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हनुमानगढ़. भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) की बैठक शुक्रवार को चंडीगढ़ में हुई। बैठक में राजस्थान का प्रतिनिधित्व जल संसाधन उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता विनोद मित्तल तथा रेग्यूलेशन खंड के एक्सईएन दिवाकर पांडे ने किया।

राजस्थान की मांग पर बीबीएमबी ने लगाई मुहर, 29 फरवरी तक चलने वाले सिंचाई पानी का हुआ निर्धारण

राजस्थान की मांग पर बीबीएमबी ने लगाई मुहर, 29 फरवरी तक चलने वाले सिंचाई पानी का हुआ निर्धारण

राजस्थान की मांग पर बीबीएमबी ने लगाई मुहर, प्रदेश की नहरों में 29 फरवरी तक चलने वाले सिंचाई पानी का हुआ निर्धारण
हनुमानगढ़. भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) की बैठक शुक्रवार को चंडीगढ़ में हुई। बैठक में राजस्थान का प्रतिनिधित्व जल संसाधन उत्तर संभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता विनोद मित्तल तथा रेग्यूलेशन खंड के एक्सईएन दिवाकर पांडे ने किया। मुख्य अभियंता ने बताया कि गत दिनों हनुमानगढ़ में जल परामर्शदात्री समिति की बैठक में इंदिरागांधी नहर का जो रेग्यूलेशन निर्धारित किया गया था, उसके अनुसार नहरों को चलाने जितना पानी देने का प्रस्ताव हमने बीबीएमबी के समक्ष रखा।
राजस्थान की ओर से जितनी मात्रा में नहरी पानी की मांग की गई थी, उस डिमांड को मंजूर करते हुए बीबीएमबी ने किसानों को राहत प्रदान कर दी है। इससे सिंचाई पानी की दृष्टि से रबी फसलें सुरक्षित हो गई है। हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर जिले में चालू रबी सीजन में करीब दस लाख हेक्टेयर में फसलों की बिजाई हुई है। राजस्थान की मांग के अनुसार नहरी पानी के प्रस्ताव को बीबीएमबी स्तर पर मंजूरी मिलने से किसानों को काफी राहत मिलेगी। इंदिरागांधी नहर से श्रीगंगानगर, चूरू, हनुमानगढ़, नागौर, बीकानेर, नागौर, जोधुपर, जैसलमेर सहित प्रदेश के दस जिलों को जलापूर्ति होती है।
यह शेयर निर्धारित
रेग्यूलेशन खंड के एक्सईएन दिवाकर पांडे ने बताया कि इंदिरागांधी नहर की जितनी बारी निर्धारित की गई है, उसके अनुसार नहरों को चलाने जितना पानी देने पर बीबीएमबी ने स्वीकृति जारी कर दी है। उन्होंने बताया कि २१ जनवरी २०२० तक रावी व्यास से राजस्थान को १२६४० क्यूसेक पानी मिलता रहेगा। इसी तरह २२ जनवरी से ३१ जनवरी तक १०५००, एक फरवरी से १६ फरवरी तक १०३०० तथा १७ फरवरी से २९ फरवरी २०२० तक १२४५० क्यूसेक पानी मिलेगा। इस दौरान २१ जनवरी से २९ फरवरी तक सतलुज वाया पंजाब से १००० व सतलुज वाया हरियाणा से ४०० क्यूसेक पानी पूर्व की तरह राजस्थान को मिलता रहेगा।
बांधों के जल स्तर पर नजर
१७ जनवरी २०१९ को पौंग बांध का जल स्तर १३५६.०९ फीट था। इसी तरह भाखड़ा का लेवल १६४७.६८ फी था। वहीं १७ जनवरी २०२० को दोनों बांधों का जल स्तर क्रमश: १३६७.२४ व १६३९.२५ फीट हो गया। वहीं रणजीत सागर बांध का जल स्तर १७ जनवरी २०१९ को ५१४.७६ मीटर था। इसका जल स्तर इस वर्ष भी लगभग इसके इर्दगिर्द ही है।

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