हनुमानगढ़.
जिले के सरकारी विद्यालयों में अब तीन नहीं पूरे सप्ताह दूध का वितरण किया जाएगा। इसके तहत जिला प्रशासन की पहल पर सरकार की अन्नपूर्णा दूध योजना के के तहत पहले दिन ही करीब पौने दो लाख रुपए का आर्थिक सहयोग जुटाया गया है। इससे बच्चों को सप्ताह में तीन दिन की जगह सप्ताह में छह दिनों तक दूध पिलाने की व्यवस्था की गई है। सरकार की पहल पर योजना शुरू होने के साथ ही अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और भामाशाहों ने स्वेच्छा से आर्थिक सहयोग देना शुरू कर दिया है।
इसके तहत योजना शुरू होने के पहले दिन जिले में एक लाख 88 हजार 712 रुपए की राशि जुटा गई। इसमें सर्वाधिक 50 हजार की राशि नोहर तहसील से आई। जबकि भादरा दूध फंडिंग में फिसड्डी साबित हुआ है। यहां सबसे कम 17 हजार 300 रुपए का फंड एकत्रित हुआ है। टिब्बी में 36 हजार, रावतसर में 30 हजार, हनुमानगढ़ में कलक्टर ने 11 हजार और एसडीएम सुरेन्द्र पुरोहित ने पांच हजार का जनसहयोग करते हुए अन्य 11 लोगों की मदद से कुल 31 हजार की राशि एकत्रित की है। संगरिया में 27 हजार 912 रुपए, पीलीबंगा में 20 हजार रुपए का जनसहयोग मिला है। गौरतलब है कि अन्नपूर्णा दूध योजना के तहत सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं तक के बच्चों को सप्ताह में तीन दिन तक सरकार दूध उपलब्ध करवा रही है।
लेकिन हनुमानगढ़ कलक्टर दिनेश चंद जैन ने बच्चों को सप्ताह में सभी छह दिन तक दूध पिलाने की व्यवस्था करने के तहत आर्थिक जनसहयोग जुटाया है। ताकि हर ग्राम पंचायत स्तर पर अन्नपूर्णा दूध फंड बना कर उसमें पैसे जमा कर दिए जाएं। उसके ब्याज से प्रतिमाह बच्चों को सप्ताह के सभी छह दिन तक दूध पिलाने की व्यवस्था करवाई जा सके। फंड होने से लोगों से बार-बार आर्थिक सहयोग जुटाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।