scriptकोरोना से जंग जीतने में लगे चिकित्सकों के लिए भटनेर किंग्स क्लब ने मंगवाए प्रोटेक्टिव किट | Bhatner Kings Club ordered protective kit for physicians engaged in wi | Patrika News

कोरोना से जंग जीतने में लगे चिकित्सकों के लिए भटनेर किंग्स क्लब ने मंगवाए प्रोटेक्टिव किट

locationहनुमानगढ़Published: Apr 09, 2020 10:02:47 pm

Submitted by:

adrish khan

https://www.patrika.com/hanumangarh-news/
हनुमानगढ़. कोरोना वायरस संक्रमण को हराने की कोशिशों में दिन-रात जुटे चिकित्सकों के लिए सरकार के साथ-साथ अब नागरिक संगठन भी संसाधन मुहैया करवा रहे हैं। क्योंकि इस विश्वव्यापी महामारी के चलते दुनिया भर में चिकित्सा संबंधी उपकरणों की कमी हो गई है। खासकर पीपीई किट, एन-95 मास्क आदि की।

कोरोना से जंग जीतने में लगे चिकित्सकों के लिए भटनेर किंग्स क्लब ने मंगवाए प्रोटेक्टिव किट

कोरोना से जंग जीतने में लगे चिकित्सकों के लिए भटनेर किंग्स क्लब ने मंगवाए प्रोटेक्टिव किट

कोरोना से जंग जीतने में लगे चिकित्सकों के लिए भटनेर किंग्स क्लब ने मंगवाए प्रोटेक्टिव किट
– जिला अस्पताल प्रबंधन को दिए जाएंगे 21 पीपीई किट
– पत्रिका के समाचार से प्रेरित होकर लिया निर्णय
हनुमानगढ़. कोरोना वायरस संक्रमण को हराने की कोशिशों में दिन-रात जुटे चिकित्सकों के लिए सरकार के साथ-साथ अब नागरिक संगठन भी संसाधन मुहैया करवा रहे हैं। क्योंकि इस विश्वव्यापी महामारी के चलते दुनिया भर में चिकित्सा संबंधी उपकरणों की कमी हो गई है। खासकर पीपीई किट, एन-95 मास्क आदि की। जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी तक पर यह संसाधन सीमित मात्रा में ही मौजूद हैं। ऐसे में चिकित्सा अधिकारी व चिकित्सक इनका किफायत से ही इस्तेमाल कर रहे हैं। इस मुद्दे को पत्रिका ने 30 मार्च के अंक में ‘प्रोटेक्टिव किट व एन-95 मास्क का किफायत से इस्तेमाल, बाजार में चल रही कमीÓ शीर्षक प्रमुखता से उठाया।
इसके बाद नोहर विधायक अमित चाचाण, पीलीबंगा विधायक धर्मेन्द्र मोची तथा इससे पहले भादरा विधायक बलवान पूनिया ने सरकारी चिकित्सकों को यह संसाधन विधायक कोटे से मुहैया कराने के प्रयास शुरू कर दिए। अब पत्रिका की प्रेरणा से भटनेर किंग्स क्लब ने भी जयपुर से 21 पीपीई किट मंगवाई है। क्लब संरक्षक आशीष विजय ने बताया कि यह किट जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. एमपी शर्मा तथा जिला कलक्टर जाकिर हुसैन को शुक्रवार को सौंपी जाएगी। गौरतलब है कि जिले में अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित एक भी रोगी नहीं मिला है। ऐसे में आइसोलेशन वार्ड में वर्कलोड कम है। यह जो समय मिल रहा है, इसमें इन संसाधनों की अच्छी-खासी मात्रा में आपूर्ति होने से भविष्य में दिक्कतें नहीं आएंगी। इसलिए सरकार के साथ-साथ भामाशाहों की भी जिम्मेदारी है कि वे सरकारी चिकित्सालयों को संसाधनों से लैस करने में भरपूर सहयोग करे। साझा प्रयासों से ही कोरोना को हराया जा सकता है।

मांग बढ़ी तो बढ़े दाम
यूं तो बाजार में कई तरह की पीपीई किट आती है। मगर गुणवत्तापूर्ण किट का कोरोना संक्रमण से पहले बाजार में मूल्य 700 से 900 रुपए तक था। जब से इनकी मांग बढ़ी है तब से यह किट 1100 से 1200 रुपए तक में आ रही है। राज्य स्तरीय कमेटी कोई भूखा ना सोए के जिला प्रभारी तरुण विजय तथा भटनेर किंग्स क्लब अध्यक्ष कुलभूषण जिंदल ने बताया कि जयपुर से पीपीई किट मंगवाई गई है। इसकी डिलीवरी शुक्रवार को मिल जाएगी।

क्या है पीपीई किट
जानकारी के अनुसार पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट किट में एक मास्क, गाउन, सर को ढकने के लिए कैप, दस्ताने, चश्मा व साबुन होती है। जिले में यह फिलहाल किसी सर्जिकल स्टोर पर उपलब्ध नहीं है। यह किट एक बार ही इस्तेमाल में आती है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो