हनुमानगढ़. जिले के 19 वर्षीय एथलीट भूपेश ने जूनियर नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर जिले का नाम रोशन किया है। पंजाब के संगरूर में 31 जुलाई से दो अगस्त 2021 तक हुई 19 वीं नेशनल फेडरेशन कप जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भूपेश ने 400 मीटर बाधा दौड़ में कांस्य पदक जीता। हनुमानगढ़ लौटनेे पर भूपेश का राजीव गांधी स्टेडियम में खेलप्रेमियों ने सम्मानित किया। अर्जुन अवार्डी खिलाड़ी जगसीर सिंह, सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी सुरेश बिश्नोई, जिला एथलेटिक संघ के संजय बिश्नोई, एथलेटिक्स कोच सुनील सांवरिया, प्रदीप सैनी, शारीरिक शिक्षक अंग्रेज सिंह व ओम सेन समेत बड़ी संख्या में स्थानीय खिलाड़ी शामिल रहे। इस दौरान भूपेेेश के परिजन डॉ. विजेन्द्र कुमार व सपना सहित अन्य लोग भी मौजूद रहे। अर्जुन अवार्डी जगसीर सिंह ने कहा कि खिलाड़ी की ट्रेनिंग में अनुशासन का सबसे बड़ा योगदान होता है। सुबह और शाम वो निश्चित समय पर ग्राउंड जाए। तीन चार घंटे की ट्रेनिंग केे बाद वो अच्छी डाइट लेे और फिर पूरा रेस्ट करे। इन तीन चीजों का विशेष ध्यान रखेे और अपने कोच के नेतृत्व में पूरी मेहनत करे तो सफलता जरूर मिलती है। सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी सुरेेश बिश्नोई ने कहा कि जिले में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। हाल ही में झांसल की बेटी ने जिले का देशभर में नाम रोशन किया। अब भूपेश ने नेशनल में कांस्य पदक जीत कर जिले का नाम रोशन किया है। सुनील सामरिया समेत कई कोच बहुत अच्छी ट्रेनिंग बच्चों को दे रहे हैं। राज्य सरकार ने भी नई खेल नीति में राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वालों को सीधी सरकारी नौकरी देने का प्रावधान कर रखा है। हाल ही में करीब तीन दर्जन खिलाडिय़ों को सीधी सरकारी नौकरी दी भी गई है। डॉ. विजेन्द्र कुमार ने बताया कि भूपेश पिछले पांच साल से कोच प्रदीप सैनी की देखरेख में ट्रेनिंग ले रहा है। भूपेेश ने अब जिला व राज्य स्तर पर कई पदक जीते हैं। तीन बार जिला स्तर पर डिस्ट्रिक्ट एथलीट रहा।इसके पिता राजकुमार राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल 30 एसएसडब्ल्यू में प्रिंसिपल है। संयुक्त परिवार के चलते चाची सपना ने शुरू से ही योग की ट्रेनिंग दी।