हनुमानगढ़. जिला मुख्यालय पर भाखड़ा सिद्धमुख नोहर सभागर में गुरुवार को बीके अध्यक्षों की बैठक हुई। भाखड़ा परियोजना के चेयरमैन विजय सिंह जांगू ने बैठक की अध्यक्षता की। इस मौके पर नहर अध्यक्षों को नहर संचालन में आ रही समस्याओं के बारे में चर्चा की गई। बैठक में कुछ अध्यक्षों द्वारा प्रस्ताव रखा गया कि संगठन की पूर्व में कार्यकारणी को बने 10 से 12 वर्ष हो चुके हैं। परंतु अभी तक कार्यकारणी के वही पदाधिकारी बने हुए हैं। सभी अध्यक्षों ने नई कार्यकारणी बनाने का प्रस्ताव रखा। इसे चेयरमैन सहित समस्त बीके अध्यक्षों ने सर्वसम्मति से पास किया। निर्णय लिया गया कि आगामी दस अगस्त 2021 को नई कार्यकारणी का गठन किया जाएगा। बैठक में बीके अध्यक्ष उश्नाक जोईया, विनोद कड़वासरा, लाल जीत सिंह, गुरप्रीत सिंह, कृष्णलाल खीचड़, बलराज सिंह, बाबू सिंह, कुलदीप सिंह, अंकित गोदारा, लक्ष्मी नारायण जांगू, आदराम भादू, विनोद भांभू, इंद्राज, विजय गोदारा, मोहन सिंह, यादविन्द्र सिंह, बलराम गोदारा, विष्णु गोदारा, गुरपास सिंह आदि मौजूद रहे। बैठके बाद सभी ने नई कार्यकारिणी गठन को लेकर अधीक्षण अभियंता को भी ज्ञापन सौंपा। इससे पहले सभी बीके अध्यक्ष ‘जो हमसे टकराएगा, चूर चूर हो जाएगाÓ के नारे लगाते हुए अधीक्षण अभियंता कार्यालय पहुंचे।
ऐसे मामले ने पकड़ा तूल
राजस्थान जल उपयोक्ता संघ जयपुर के अध्यक्ष बृजमोहन मूंड व बीजीपी वितरिका के अध्यक्ष केसी गोदारा ने गत दिनों मुख्य अभियंता से मिलकर जिन बीके अध्यक्षों का कार्यकाल पूरा हो चुका है, उनके दोबारा चुनाव करवाने की मांग की थी। इसमें भाखड़ा परियोजना में भी चुनाव करवाकर स्थाई चेयरमैन का निर्वाचन करने की मांग की थी। इसके दो दिन बाद ही गुरुवार को भाखड़ा परियोजना के वर्तमान चेयरमैन विजय जांगू की अध्यक्षता में आपात बैठक बुलाकर अब यूनियन की उक्त कार्यकारिणी को भंग कर, नई कार्यकारिणी गठित करने का निर्णय लिया गया है।
राजस्थान जल उपयोक्ता संघ जयपुर के अध्यक्ष बृजमोहन मूंड व बीजीपी वितरिका के अध्यक्ष केसी गोदारा ने गत दिनों मुख्य अभियंता से मिलकर जिन बीके अध्यक्षों का कार्यकाल पूरा हो चुका है, उनके दोबारा चुनाव करवाने की मांग की थी। इसमें भाखड़ा परियोजना में भी चुनाव करवाकर स्थाई चेयरमैन का निर्वाचन करने की मांग की थी। इसके दो दिन बाद ही गुरुवार को भाखड़ा परियोजना के वर्तमान चेयरमैन विजय जांगू की अध्यक्षता में आपात बैठक बुलाकर अब यूनियन की उक्त कार्यकारिणी को भंग कर, नई कार्यकारिणी गठित करने का निर्णय लिया गया है।