क्रिप्टो ना गांधी छाप, यहां चले 'मोबाइल करंसी' साब
अदरीस खान @ हनुमानगढ़. ना गांधी छाप नोट और ना क्रिप्टो करंसी। नशेडिय़ों और चिट्टा सप्लायर के बीच इन दिनों मोबाइल करंसी चलन में है। चिट्टे के लिए पैसे नहीं हैं तो फिर मोबाइल फोन दो और पुडिय़ा ले जाओ।
हनुमानगढ़
Published: January 25, 2022 10:47:10 am
क्रिप्टो ना गांधी छाप, यहां चले 'मोबाइल करंसी' साब
- चिट्टे के सौदागर रुपए नहीं होने पर नशेडिय़ों को मोबाइल फोन के बदले दे रहे पुडिय़ा
- यूं नशे के साथ बढ़ रही छीनाझपटी व चोरी, बढ़ी पुलिस की सिरदर्दी
अदरीस खान @ हनुमानगढ़. ना गांधी छाप नोट और ना क्रिप्टो करंसी। नशेडिय़ों और चिट्टा सप्लायर के बीच इन दिनों मोबाइल करंसी चलन में है। चिट्टे के लिए पैसे नहीं हैं तो फिर मोबाइल फोन दो और पुडिय़ा ले जाओ। सप्लायर भी बड़े चाव से मोबाइल फोन के बदले पुडिय़ा थमाते हैं। क्योंकि मोबाइल फोन के बाजार मूल्य की तुलना में बीस से तीस प्रतिशत कीमत का ही नशा दिया जाता है।
इससे सप्लायर को मोटा मुनाफा होता है और नशेडिय़ों को नकदी की टेंशन नहीं रहती। मगर मोबाइल करंसी का यह चलन पुलिस और पब्लिक के लिए सिरदर्दी साबित हो रहा है। इससे छीनाझपटी व चोरी की वारदातें बढ़ रही हैं। पुलिस ने गत एक माह में दो चिट्टा सप्लायर को दबोचा, जिनके कब्जे से करीब दो दर्जन मोबाइल फोन बरामद किए गए। नशेडिय़ों ने चिट्टे के लिए यह फोन बेचे जो चोरी व छीनाझपटी कर लाए गए थे।
मोबाइल दो और पुडिय़ा लो
जानकारों के अनुसार पिछले दो-तीन साल में चिट्टे की खपत व तस्करी जिले में बहुत बढ़ चुकी है। यह बहुत महंगा नशा है। इसकी एक ग्राम की पुडिय़ा नौ सौ से एक हजार रुपए में मिलती है। इसीलिए चिट्टे के आदी नशेड़ी इसकी तस्करी तथा अन्य पैसों का प्रबंध करने के लिए चोरी-छीनाझपटी करने लगे हैं। मगर नकदी, मोबाइल फोन, लैपटॉप आदि को छोड़कर चोरी के अन्य सामान से सीधा नशा नहीं मिलता। क्योंकि अन्य सामान को पहले कहीं बेचना पड़ता है, फिर उस पैसे से नशा खरीदते हैं।
23 मोबाइल फोन जब्त
टाउन थाना पुलिस ने 10 जनवरी को गांव ढालिया से मोहम्मद सरवर उर्फ झलड़ को दस ग्राम चिट्टे तथा 13 मोबाइल फोन सहित पकड़ा था। यह फोन उसको चिट्टे की पुडिय़ा के बदले नशेड़ी दे गए थे। टाउन पुलिस ने 23 जनवरी को मधु पत्नी बाबू निवासी प्रेमनगर टाउन को दस ग्राम चिट्टे, दो लाख 23 हजार रुपए, 10 मोबाइल फोन तथा दो लैपटॉप सहित गिरफ्तार किया।
रिकॉर्ड बरामदगी, रिकॉर्ड मामले
जिले में चिट्टे की बढ़ती तस्करी का प्रमाण यह है कि बीते बरस पुलिस ने रिकॉर्ड मात्रा में चिट्टा बरामद किया। पुलिस ने साल भर में पौने दो किलोग्राम चिट्टा जब्त किया। जबकि इससे पहले कभी भी जिले से 700 ग्राम से ज्यादा चिट्टा बरामद नहीं हुआ था। रिकॉर्ड संख्या में ही 200 से ज्यादा एनडीपीएस के प्रकरण दर्ज किए गए।
नशे के बदले फोन
चिट्टा तस्करी के आरोपियों से निरंतर मोबाइल फोन जब्त किए जा रहे हैं। नशेड़ी ही उनको नशे के बदले में मोबाइल फोन दे जाते हैं जिनमें अधिकांश चोरी के होते हैं। इस संबंध में पुलिस जांच कर रही है। मोबाइल फोन छीनने, चोरी आदि की बढ़ती घटनाओं के पीछे नशा बड़ाकारण है। - दिनेश सारण, थाना प्रभारी, टाउन।

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