टाउन व जंक्शन में तहबाजारी दुकानों का 11 लाख 87 हजार रुपए किराया बकाया था। इन दुकानों का आवंटन नगर पालिका हनुमानगढ़ की ओर से 1980 में किया गया था। तब से लेकर आज तक कई दुकानों को छोड़ अधिकांश दुकानदारों ने किराया जमा तक नहीं करवाया। लोकसभा चुनाव के पश्चात नोटिस जारी करने पर कई दुकानदारों ने किराए जमा करवा दिया। इन दुकान दारों से नगर परिषद ने साढ़े चार लाख रुपए की वसूली की थी। लेकिन शेष दुकानों का भी किराया जमा नहीं होने पर बीकानेर निकाय विभाग के उपनिदेशक कन्हैलाल सोनगर ने नगर परिषद आयुक्त को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इसमें लिखा है कि जनलेखा समिति प्रतिवेदन वर्ष 2016-17 के अंतर्गत बकाया अग्रिम राशि की ब्याज सहित वसूली की कार्यवाही करने एवं बकाया तहबाजारी राशि की शत प्रतिशत वसूली कर साक्ष्य प्रस्तुत कराने के निर्देश दिए थे। लेकिन अभी तक नगर परिषद हनुमानगढ़ की ओर से वसूली तक नहीं की गई। वसूली के लिए कार्यवाही नहीं करने पर विभागीय कार्यवाही करने के लिए उच्चाधिकारियों से अनुशंषा की जाएगी।
तहबाजारी की दुकानों को सीज कर नीलामी करने के लिए आयुक्त गोदारा ने सात सदस्यी टीम का गठन किया है। इसमें अधिशासी अभियंता सुभाष बंसल को प्रभारी नियुक्त किया है। सह प्रभारी बंता सिंह, सदस्य सुरेंद्र गोदारा, विनोद पचार, तुलसीराम, अजय कुमार, प्रेमलता को शामिल किया गया है।
कार्यवाही के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए आयुक्त ने जिला कलक्टर को पत्र लिख मजिस्ट्रेट नियुक्त करने भी मांग की है। आयुक्त शैलेन्द्र गोदारा ने बताया कि तहबाजारी की दुकानों से वसूली करने के लिए सभी दुकानदारों को तीन दफा नोटिस जारी किया जा चुका है। इसके लिए मुनादी भी करवाई जा चुकी है। इसके बावजूद केवल साढ़े चार लाख रुपए की ही वसूली ही हो पाई है। करीब 350 दुकानों को सीज कर फिर से आवंटन करने के लिए टीम का गठन किया गया है।
********************************