Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अब 31 को होगी बीबीएमबी की बैठक, अगले महीने के शेयर का होगा निर्धारण

हनुमानगढ़. बांधों के जल ग्रहण क्षेत्रों में बरसात होने के बाद भाखड़ा व पौंग बांधों की स्थिति कुछ सुधर रही है। पिछले पांच-सात दिनों में आवक बढऩे से भाखड़ बांध का जल स्तर 1601.85 तथा पौंग बांध का जल स्तर 1316.94 फीट हो गया है।

less than 1 minute read
Google source verification
अब 31 को होगी बीबीएमबी की बैठक, अगले महीने के शेयर का होगा निर्धारण

अब 31 को होगी बीबीएमबी की बैठक, अगले महीने के शेयर का होगा निर्धारण

नुमानगढ़. बांधों के जल ग्रहण क्षेत्रों में बरसात होने के बाद भाखड़ा व पौंग बांधों की स्थिति कुछ सुधर रही है। पिछले पांच-सात दिनों में आवक बढऩे से भाखड़ बांध का जल स्तर 1601.85 तथा पौंग बांध का जल स्तर 1316.94 फीट हो गया है। हालांकि अभी पूरी तरह से बांधों के आसपास के एरिया में मानसून सक्रिय नहीं हुआ है। आगे जैसे ही मानसून सक्रिय होगा, बांधों में आवक तेज होगी। इससे बांधों का लेवल ऊपर उठेगा। वहीं अगले महीने के शेयर का निर्धारण करने के लिए भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड की बैठक अब 31 जुलाई को बुलाई गई है। इससे पहले 30 जुलाई को बैठक होनी थी। इसमें राजस्थान का प्रतिनिधित्व जल संसाधन विभाग हनुमानगढ़ के मुख्य अभियंता करेंगे। इस अहम बैठक में अगस्त महीने में राजस्थान की नहरों को मिलने वाले सिंचाई पानी का निर्धारण किया जाएगा। अगस्त व सितम्बर में खरीफ फसलों में पानी की मांग अधिक रहती है। वर्तमान में हालांकि कुछ जगह तेज तो कुछ जगहों पर हल्की बारिश हुई है। इससे फसलों में सिंचाई पानी की कमी दूर हुई है। किसान संगठनों का कहना है कि अच्छी पैदावार के लिए जरूरी है कि नहरों में पूरा सिंचाई पानी चले।

आवक की स्थिति
27 जुलाई 2024 को भाखड़ा बांध में 27044 क्यूसेक तथा पौंग बांध में 20993 क्यूसेक पानी की आवक हो रही थी। बांधों के आसपास बादलवाही हो रही है। इससे भविष्य में तेज बारिश होने पर आवक की स्थिति और बढ़ सकती है। इससे राजस्थान को फायदा मिलेगा।

इतने जिलों को पानी
इंदिरागांधी नहर से राजस्थान के पंद्रह जिलों में जलापूर्ति होती है। इसमें सिंचाई व पेयजल दोनों शामिल है। इस नहर से हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, अनूपगढ़, चूरू, बीकानेर, नागौर, जैसलमेर, जोधपुर आदि जिलों में जलापूर्ति हो रही है।