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हनुमानगढ़

ताकि हमारे खेतों में बढ़े फसलों का उत्पादन

हनुमानगढ़. खेती में उत्पादन के आंकड़े को बढ़ाने के लिए कृषि विभाग स्तर पर खूब मंथन हो रहे हैं। इसी क्रम में विभाग की ओर से नॉलेज एनहांसमेंट प्रोग्राम का संचालन शुरू करने की तैयारी है।

हनुमानगढ़Sep 14, 2024 / 10:43 am

Purushottam Jha

ताकि हमारे खेतों में बढ़े फसलों का उत्पादन

ताकि हमारे खेतों में बढ़े फसलों का उत्पादन

हनुमानगढ़. खेती में उत्पादन के आंकड़े को बढ़ाने के लिए कृषि विभाग स्तर पर खूब मंथन हो रहे हैं। इसी क्रम में विभाग की ओर से नॉलेज एनहांसमेंट प्रोग्राम का संचालन शुरू करने की तैयारी है। खेती में क्षमता वृद्धि के लिए शुरू किए जा रहे नॉलेज एनहांसमेंट प्रोग्राम के तहत किसानों को विदेश में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए किसानों का दल विदेश जाएगा। किसानों के चयन को लेकर ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं। राज्य सरकार की बजट घोषणा के अनुसार किसानों की क्षमता वृद्धि के लिए उक्त प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है। प्रथम चरण में एक सौ प्रगतिशील युवा कृषकों को इजराइल सहित अन्य देशों में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। विदेश प्रशिक्षण कार्यक्रम के चयन के लिए कृषि जलवायु खंडवार लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं। भ्रमण के लिए कृषि एवं उद्यानिकी एवं डेयरी में विशेष उपलब्धि के लिए पहचान बनाने वाले सम्मानित किसानों का चयन किया जाएगा। अच्छी बात है कि चयन के लिए किसानों से खुद राजकिसान साथी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। अब जल्द किसानों का चयन करके किसानों के दल को विदेश भेजने की तैयारी है।
इतने किसानों ने किया आवेदन
उद्यान विभाग हनुमानगढ़ के उप निदेशक डॉ.रमेशचंद्र बराला के अनुसार कृषि जलवायु खंड के हिसाब से प्रदेश को दस हिस्सों में बांटा गया है। दस खंड कार्यालयों में एक कार्यालय हनुमानगढ़-श्रीगंगानगर-अनूपगढ़ जिलों का बनाया गय है। इस खंड में छह किसानों का चयन किया जाना है। इसमें पांच कृषि व उद्यान तथा एक पशुपालन क्षेत्र से चयनित होगा। आवेदन करने वाले किसानों के पास पासपोर्ट होना जरूरी है। जानकारी के अनुसार हनुमानगढ़ जिले में 27, श्रीगंगानगर जिले में 28 तथा अनूपगढ़ जिले में 19 किसानों ने आवेदन किया है। दस सितम्बर तक किसानों से आवेदन लिए गए थे।
इन नियमों की पालना जरूरी
आवेदन करने वाले किसानों के पास कम एक हेक्टेयर कृषि भूमि का भू स्वामित्व होना जरूरी रखा गया है। विगत दस वर्षों से लगातार अपनी कृषि भूमि पर खेती कर रहा हो। कृषक द्वारा उसे कृषि तकनीक (संरक्षित खेती, सूक्ष्म सिंचाई, मल्चिंग, सौर ऊर्जा पंप, ड्रोन फर्टिगेशन, ऑटोमेशन, फॉर्म पौंड/ डिग्गी) अपनाई जा रही हो। कृषक का कृषि विभाग की ओर से जिला/ राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए चयन किया गया हो। कृषक की उम्र पचास वर्ष से कम होने पर ही उसका चयन किया जाएगा। कम से कम माध्यमिक स्तर की शैक्षणिक योग्यता निर्धारित की गई है।

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