
गोपाष्टमी पर इलेक्ट्रॉनिक गोग्रास गुल्लक का शुभारंभ कर गोभक्ति का देंगे संदेश
इशारों-इशारों में भावों को समझकर मूक-बधिर बच्चों ने बनाए गोबर के लड्डू गोपाल
-श्री गोशाला सेवा समिति के पदाधिकारियों ने गोपाष्टमी महोत्सव को लेकर दी जानकारी
हनुमानगढ़. श्री गोशाला सेवा समिति हनुमानगढ़ जंक्शन की ओर से आगामी गोपाष्टमी महोत्सव की तैयारियां शुरू कर दी गई है। समिति अध्यक्ष इंद्रकुमार हिसारिया ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि यह धार्मिक आयोजन संवत 2082 के अनुसार गुरुवार, 30 अक्टूबर 2025 को गोशाला परिसर में मनाया जाएगा। यह महोत्सव गोमाता के अवतरण दिवस को समर्पित रहेगा और दिनभर अनेक धार्मिक, सांस्कृतिक तथा सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। अध्यक्ष हिसारिया ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ प्रात: 9 बजे गोपूजन के साथ होगा। इसके बाद 10 बजे हवन का आयोजन किया जाएगा। दोपहर ढाई बजे से सुंदरकांड पाठ श्री सुंदरकांड मित्र मंडल टाउन द्वारा किया जाएगा। सांय पांच बजे दीपदान व रंगोली कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष महोत्सव में एक विशेष पहल की जा रही है। इलेक्ट्रॉनिक गोग्रास गुल्लक की। इसके माध्यम से गोभक्त प्रतिदिन गोसेवा का पुण्य प्राप्त कर सकेंगे और डिजिटल माध्यम से नित्य गोदान कर पाएंगे। प्रेसवार्ता में बताया गया कि इस बार महोत्सव में नवज्योति मूक-बधिर एवं अंध विद्यालय, हनुमानगढ़ के बच्चों द्वारा विशेष योगदान रहेगा। बच्चे गाय के गोबर से निर्मित श्री लड्डू गोपाल की मूर्तियां तैयार कर रहे हैं। जो महोत्सव के दौरान दर्शन, पूजन और घर में स्थापना के लिए उपलब्ध होंगी। सुनने और बोलने में असक्षम उक्त बच्चों ने ईशारों-ईशारों में इस कला को समझकर अभी पांच सौ लड्डू गोपाल तैयार किए हैं। इनके रंग-रोगन का काम चल रहा है। चंदन और हल्दी से इनका श्रृंगार किया जा रहा है। गोपाष्टमी महोत्सव के दौरान दर्शन, पूजन और घर में स्थापना के लिए उपलब्ध होंगी। यह पहल समाज में आत्मनिर्भरता और गोसंवर्धन की भावना को बढ़ाने का प्रतीक होगी। अध्यक्ष हिसारिया ने आगे बताया कि इस आयोजन में भगवान श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप की झांकी ऑपरेशन सिंदूर के नाम से प्रस्तुत की जाएगी। इसे नवज्योति विद्यालय के विशेष बच्चे मंचित करेंगे। इस झांकी के माध्यम से भगवान श्रीकृष्ण के अद्भुत स्वरूप के दर्शन के साथ यह संदेश दिया जाएगा कि अधर्म और अन्याय का अंत सदैव धर्म की शक्ति से ही संभव है। समिति सदस्यों ने बताया कि यह अवसर अत्यंत दुर्लभ और प्रेरणादायी होगा, जो समाज में गोसेवा, दान और धर्म के प्रति नई चेतना का संचार करेगा। गोशाला परिसर को आकर्षक सजावट, पुष्प और विद्युत सज्जा से अलंकृत किया जाएगा। कार्यक्रम में जिलेभर से संत-महात्मा, गोभक्त और समाजसेवी बड़ी संख्या में शामिल होंगे। टैक्स बार संघ के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश अग्रवाल, समाजसेवी भीष्म कौशिक, गोशाला समिति के मनीष बत्रा, मनीष कौशिक, महावीर बंसल, मुकेश महर्षि आदि मौजूद रहे।
शत्रु राष्ट्र को नहीं होगा फायदा
प्रेसवार्ता में कृषि उपज मंडी समिति हनुमानगढ़ के सचिव विष्णुदत्त शर्मा ने बताया कि गाय के गोबर से बने उक्त लड्डू गोपाल की घरों में स्थापना से विदेशी बाजार का प्रभाव कम होगा। चाइनीज आइटमों से बनी मूर्तियों की मांग कम होगी। स्वदेशी को बढ़ावा मिलने से शत्रु राष्ट्र के पास हमारे देश का पैसा नहीं जाएगा।
गांवों में नई गोशाला तैयार करेंगे
इलेक्ट्रोनिक गुल्लक योजना से एकत्रित राशि को गांवों में नई गोशाला बनाने तथा वर्तमान में चल रही गोशालाओं को आर्थिक संबल प्रदान किया जाएगा। गोशालाओं में नंदी की संख्या बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। प्रेसवार्ता में मंडी समिति सचिव विष्णुदत्त शर्मा ने बताया कि यदि आमजन गो उत्पादों को अपनाने लगेंगे तो गोशालाओं को खुद संबल मिलने लगेगा।
घर और खेत से गायब हो गई
पे्रसवार्ता में वक्ताओं ने कहा कि खेत और घरों से गाय गायब होती जा रही है। जबकि हमारे संस्कारों में गाय अहम स्थान रखती है। वक्ताओं ने कहा कि अब गाय केवल सडक़ों और गोशालाओं में नजर आती है। गोवंश को बचाने के लिए हमने गो उत्पादों को बाजार में उतारने का निर्णय किया है। इसके तहत पहले गोबर पर फोकस किया है। इसके बाद दूध उत्पादों को शामिल करेंगे। गो उत्पादों को बढ़ावा मिलने पर गोवंश को खुद बढ़ावा मिलने लगेगा।
Published on:
28 Oct 2025 11:18 am
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