script‘जबरदस्त आइडिया’ के लिए नहीं भा रहा जबरदस्ती का प्रयास | Coercive attempts are not being made for 'great idea' | Patrika News

‘जबरदस्त आइडिया’ के लिए नहीं भा रहा जबरदस्ती का प्रयास

locationहनुमानगढ़Published: Oct 15, 2021 08:12:37 pm

Submitted by:

adrish khan

अदरीस खान @ हनुमानगढ़. जबरदस्त आइडिया निकलवाने के लिए शिक्षा विभाग खूब जोर तो लगा रहा है। मगर उसका यह जबरदस्ती का प्रयास संस्था प्रधानों को ज्यादा जच नहीं रहा है।

'जबरदस्त आइडिया' के लिए नहीं भा रहा जबरदस्ती का प्रयास

‘जबरदस्त आइडिया’ के लिए नहीं भा रहा जबरदस्ती का प्रयास

‘जबरदस्त आइडिया’ के लिए नहीं भा रहा जबरदस्ती का प्रयास
– अब तक गत वर्ष की अपेक्षा आधे भी नहीं हुए पंजीयन, बढ़ाई पंजीयन तिथि
– इंस्पायर अवार्ड मानक के अनिवार्यत: पंजीयन के बजाय गुणवत्ता पर ध्यान की कही जा रही बात
अदरीस खान @ हनुमानगढ़. जबरदस्त आइडिया निकलवाने के लिए शिक्षा विभाग खूब जोर तो लगा रहा है। मगर उसका यह जबरदस्ती का प्रयास संस्था प्रधानों को ज्यादा जच नहीं रहा है। वैसे भी इंस्पायर अवार्ड मानक के पंजीयन कराने का सारा जिम्मा सरकारी विद्यालयों के संस्था प्रधानों एवं शिक्षकों पर ही रहता है। हालांकि सभी सरकारी एवं निजी विद्यालयों को आवश्यक रूप से पांच विद्यार्थियों का पंजीयन कराना जरूरी है। लेकिन अनिवार्यत: पांच पंजीयन वाला ज्यादा दबाव राजकीय विद्यालयों के संस्था प्रधानों को ही झेलना पड़ता है। ऐसे में अब आपत्ति भी उठने लगी है। कई संस्था प्रधानों एवं शिक्षकों ने पत्रिका को बताया कि गणित एवं विज्ञान आधारित मॉडल विद्यार्थी के ज्ञान, शोध एवं कुछ नया करने के प्रति ललक पर निर्भर करता है। इसके लिए किसी विद्यार्थी को जबरन तैयार नहीं किया जा सकता। ऐसा भी संभव है कि किसी विद्यालय में एक या दो तथा किसी में एक भी विद्यार्थी पंजीयन के लायक नहीं होता। या फिर किसी विद्यालय में पांच से ज्यादा विद्यार्थी भी हो सकते हैं। इसलिए एक लाठी से सबको नहीं हांकना चाहिए। पंजीयन की संख्या के बजाय गुणवत्ता पर ध्यान देना ज्यादा अहम है।
अब 24 तक पंजीयन
इंस्पायर अवार्ड मानक योजना वर्ष 2021-22 में ऑनलाइन पंजीयन की अंतिम तिथि बढ़ा दी गई है। पहले 15 अक्टूबर अंतिम तिथि थी जो अब 24 अक्टूबर कर दी गई है। निदेशालय माध्यमिक शिक्षा के सहायक निदेशक छात्रवृत्ति अनुभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि कोई भी विद्यालय पंजीयन से वंचित नहीं रहे। जिले से गत वर्ष सात हजार से अधिक पंजीयन कराए गए थे।
कितने आवश्यक
सभी सरकारी व गैर सरकारी विद्यालयों के संस्था प्रधानों को अपने विद्यालय से आवश्यक रूप से पांच विद्यार्थियों का नामांकन कराने का आदेश है। माशिबो अजमेर एवं सीबीएसई से जुड़े सभी शिक्षण संस्थाओं के लिए पंजीयन कराना जरूरी है। पोर्टल पर नामांकन की जिम्मेदारी संस्था प्रधानों की है। विद्यार्थी अपने स्तर पर पुरस्कार के लिए नामांकन नहीं करवा सकते।
मिलते हैं पचास हजार
प्रत्येक स्कूल में कक्षा 6 से 10 तक अध्ययनरत 10 से 15 आयु वर्ग के विद्यार्थी शिक्षकों के माध्यम से मौलिक विचारों को वेबसाइट पर अपलोड कर सकते हैं। नामांकन के साथ विद्यार्थी के आइडिया से संबंधित प्रोजेक्ट के बारे में एक से तीन पेजों में विवरण देना होता है। विद्यार्थी के आइडिया का चयन किया जाता है तो उसे दस हजार रुपए डीबीटी के माध्यम से मिल जाते हैं। फिर वह जिला स्तरीय प्रदर्शनी में भाग लेता है। यह पुरस्कार विज्ञान व गणित के ज्ञान पर आधारित है। विद्यार्थी का आइडिया बेजोड़ होने पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग उसे पेटेंट भी कराता है। जिला स्तरीय प्रदर्शनी में शामिल विद्यार्थियों में से दस प्रतिशत का चयन राज्य स्तरीय प्रदर्शनी के लिए होता है। इस प्रदर्शनी से भी दस फीसदी का चयन राष्ट्रीय प्रदर्शनी के लिए किया जाता है। चयनित विद्यार्थी को प्रोजेक्ट में सुधार आदि पर खर्च के लिए 50 हजार रुपए मिलते हैं।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो