scriptविकास की बाट जोह रही कॉलोनी, निवासियों ने लगाया धरना | Colony is waiting for development, residents protest | Patrika News

विकास की बाट जोह रही कॉलोनी, निवासियों ने लगाया धरना

locationहनुमानगढ़Published: Feb 16, 2020 09:44:16 pm

Submitted by:

Anurag thareja

विकास की बाट जोह रही कॉलोनी, निवासियों ने लगाया धरना- जंक्शन सूरतगढ़ मार्ग स्थित कॉलोनाइजर के खिलाफ धरने पर बैठे कॉलोनीवासीहनुमानगढ़. जंक्शन के सूरतगढ़ मार्ग स्थित विकास की बाट जोह रही प्राइवेट कॉलोनी के निवासी रविवार को अनिश्चितकालीन धरने पर बैंठ गए हैं। नागरिकों ने आरोप लगाया कि कॉलोनीवासियों ने 15 सूत्री मांगों को लेकर कॉलोनाइजर को कई दफा लिखित में मांग पत्र भी दिया। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

विकास की बाट जोह रही कॉलोनी, निवासियों ने लगाया धरना

विकास की बाट जोह रही कॉलोनी, निवासियों ने लगाया धरना


विकास की बाट जोह रही कॉलोनी, निवासियों ने लगाया धरना
– जंक्शन सूरतगढ़ मार्ग स्थित कॉलोनाइजर के खिलाफ धरने पर बैठे कॉलोनीवासी
हनुमानगढ़. जंक्शन के सूरतगढ़ मार्ग स्थित विकास की बाट जोह रही प्राइवेट कॉलोनी के निवासी रविवार को अनिश्चितकालीन धरने पर बैंठ गए हैं। नागरिकों ने आरोप लगाया कि कॉलोनीवासियों ने 15 सूत्री मांगों को लेकर कॉलोनाइजर को कई दफा लिखित में मांग पत्र भी दिया। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आरोप लगाया कि इसके विरोध में जब कॉलोनीवासियों ने धरने पर बैठने का निर्णय लिया तो कॉलोनाइजर ने कॉलोनी में पेयजल पाइप लाइन की सप्लाई बाधित कर दी। इससे आक्रोशित होकर कॉलोनी के निवासियों ने कॉलोनाइजर की कॉलोनी की तालाबंदी कर दी। कालोनी के निवासी वेदप्रकाश शर्मा व रविन्द्र कुमार ने बताया कि कालोनी में मकान लेते वक्त रॉयल ड्रीमलेंड के कॉलोनाइजर विजय गोयल ने स्वछ पेयजल, सड़के, सीसीटीवी कैमरे, सामुदायिक भवन, सीवरेज की व्यवस्था देने की बात कही थी। लेकिन इलाके में सबमर्सिबल से पेयजल सप्लाई दी जा रही है, गंदे पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण सीवरेज का गंदा पानी सीधे जमीन में डाला जा रहा है। जबकि भूखंड व मकानों का आवंटन करने से पहले कॉलोनी में ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की बात कही गई थी। आरोप यह भी लगाया कि स्वच्छ व मीठ पेयजल की सप्लाई के लिए प्रत्येक कॉलोनी वासी से 31 दिसंबर 2025 तक के लिए 36-36 हजार रुपए भी वसूले जा चुके हैं। एसएस मेहरा व जितेंद्र शर्मा ने कहा कि कॉलोनाइजर ने निर्माण स्वीकृति लिए बगैर ही मकान को बेच दिया और अब श्रम विभाग की ओर से न्यूनतम दस हजार रूपए जमा कराने के लिए पाबंद करते हुए नोटिस दिए जा रहे हैं।
दस दिन की दी थी मोहलत
कालोनीवासियों के अनुसार सभी समस्याओं के समाधान के लिए लगभग 6 माह पूर्व कॉलोनाइजर को लिखित में अवगत करवाया गया था तो उस समय उन्होंने दस दिन में समस्या समाधान करने का आश्वासन दिया था। धरने पर बैठे नागरिकों ने चेतावनी दी कि कॉलोनाइजर की सभी कॉलोनियों के दस्तावेज व मापदंडों की जांच जिला प्रशासन की ओर से कराने के लिए जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा। धरने पर सुनील अग्रवाल, डॉ. राजेन्द्र शर्मा, इंद्रजीत, प्रवीण बंसल, जीवन गर्ग, विष्णु बेदी, आनंद प्रकाश, संजय कौशिक, रविन्द्र थेपड़ा, मनफूल, प्रकाश, ललित कुमार, हरजिंद्र सिंह, उमेश बंसल, राजेन्द्र सहारण आदि मौजूद रहे।
कई कॉलोनियों की यही स्थिति
टाउन व जंक्शन में कई प्राइवेट कॉलोनियों की स्थिति इसी तरह की है। आए दिन प्राइवेट कॉलोनी के निवासी नगर परिषद या फिर जिला प्रशासन को लिखित में शिकायतें देते हैं। लेकिन कोई कार्रवाही नहीं होती है। बार-बार चक्कर काटने के बावजूद सुनवाई नहीं होने पर कई कॉलोनी के निवासी कोर्ट की शरण ले चुके हैं।
नहीं की हैंडओवर
नागरिकों की मांग के चलते देर शाम नगर परिषद के अधिशासी अभियंता सुभाष बंसल ने भी कॉलोनी में जाकर वस्तुस्थिति देखी। इन्होंने बताया कि उक्त कॉलोनी नगर परिषद को हैंडओवर नहीं की गई है। नागरिकों ने कॉलोनी में पेयजल सप्लाई बाधित करने की भी जानकारी दी। इन तमाम समस्याओं के बारे में आयुक्त को अवगत कराया जाएगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो