कालोनीवासियों के अनुसार सभी समस्याओं के समाधान के लिए लगभग 6 माह पूर्व कॉलोनाइजर को लिखित में अवगत करवाया गया था तो उस समय उन्होंने दस दिन में समस्या समाधान करने का आश्वासन दिया था। धरने पर बैठे नागरिकों ने चेतावनी दी कि कॉलोनाइजर की सभी कॉलोनियों के दस्तावेज व मापदंडों की जांच जिला प्रशासन की ओर से कराने के लिए जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा। धरने पर सुनील अग्रवाल, डॉ. राजेन्द्र शर्मा, इंद्रजीत, प्रवीण बंसल, जीवन गर्ग, विष्णु बेदी, आनंद प्रकाश, संजय कौशिक, रविन्द्र थेपड़ा, मनफूल, प्रकाश, ललित कुमार, हरजिंद्र सिंह, उमेश बंसल, राजेन्द्र सहारण आदि मौजूद रहे।
टाउन व जंक्शन में कई प्राइवेट कॉलोनियों की स्थिति इसी तरह की है। आए दिन प्राइवेट कॉलोनी के निवासी नगर परिषद या फिर जिला प्रशासन को लिखित में शिकायतें देते हैं। लेकिन कोई कार्रवाही नहीं होती है। बार-बार चक्कर काटने के बावजूद सुनवाई नहीं होने पर कई कॉलोनी के निवासी कोर्ट की शरण ले चुके हैं।
नागरिकों की मांग के चलते देर शाम नगर परिषद के अधिशासी अभियंता सुभाष बंसल ने भी कॉलोनी में जाकर वस्तुस्थिति देखी। इन्होंने बताया कि उक्त कॉलोनी नगर परिषद को हैंडओवर नहीं की गई है। नागरिकों ने कॉलोनी में पेयजल सप्लाई बाधित करने की भी जानकारी दी। इन तमाम समस्याओं के बारे में आयुक्त को अवगत कराया जाएगा।