पुलिस की सूचना पर मानव कल्याण समिति के स्वयं सेवकों ने नगरपालिका कर्मी विजय के सहयोग से रामबाग में अंतिम क्रियाएं रीति रिवाज के अनुसार पूरी कर अपनों की भांति सोमवार दोपहर अंतिम संस्कार कर दिया गया। अध्यक्ष गुलाब सैन ने बताया कि इसे किस्मत कहें या कुछ ओर, एक जिंदगी अपनों से दूर होकर गुमनामी के साथ दुनिया से विदा हो गई। अंतिम क्षणों में अपनों का कंधा तक उसे नहीं मिल सका। समिति सदस्यों ने अपने स्तर पर अंशदान से आवश्यक सामग्री जुटाई।
शव के दाह संस्कार में आगे आई समिति एएसआई दरियासिंह के अनुसार ढाणीवासी किसान मोहन गोदारा की सूचना पर उन्होंने दोपहर को नहर से शव निकलवाया। शव करीब 15-20 दिन पुराना होने से बुरी हालत में था। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि हाथ-पैर जलीय जीव खा गए। मृतक की शिनाख्त नहीं होने पर डॉ. बलवंत गुप्ता ने मौके पर आकर पोस्टमार्टम किया। जिसके बाद समिति सदस्यों की मदद से अंतिम संस्कार करवाना पड़ा।