बालाजी पिकअप यूनियन के उप-प्रधान कस्बे के वार्ड 16 निवासी मंगलसिंह पुत्र भोलासिंह कुम्हार सिख ने थाने में इस आशय की रिपोर्ट पेश की। बताया कि शुक्रवार दोपहर करीब डेढ़ बजे उसका पुत्र एवं भतीजा जश्नदीप (३) एवं जगजोतसिंह (५) घर के बाहर खेल रहे थे। तभी मोटरसाईकिल सवार एक व्यक्ति आया और उन्हें चीज व खिलौने दिलवाने के बहाने अपने साथ ले गया। पड़ौस की महिला गुरप्रीत कौर ने उसको ऐसा करते देख शोर मचाया।
इसके बाद चाचा अंग्रेजसिंह एवं भाई तरसेम सिंह आदि ने उसका पीछा किया। सरकारी हस्पताल के पास वह बच्चों को खिलौने दिलाकर अपने साथ लेकर जाता नजर आ गया। लोगों की मदद से उसे पकड़ लिया। उसने बच्चों व मोटरसाईकल को छोड़ कर वहां से भागने का प्रयास भी किया। लेकिन लोगों की भीड़ के आगे असफल रहा।
उसकी पहचान हरियाणा के गांव तेजाखेड़ा निवासी जयपाल पुत्र जीतराम कस्वां केे रुप में हुई। परिजनों व मौके पर उमड़ी भीड़ ने उसे सबक सिखाकर मोटरसाइकिल सहित पुलिस थाने लाकर पुलिस के हवाले कर दिया। अगर उसे नहीं रोकते तो वह इन बच्चों का अपहरण कर अपने साथ कहीं ले जाता। एएसआई लीलाधर ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है।
वहीं, बच्चों की दादी गुरदीपकौर के अनुसार वह कपड़े धो रही थी। इसी दौरान एक जने ने पानी मांगा। उसे पीने के लिए पानी देकर वह भीतर गई थी। इसी दौरान गली में खेल रहे दोनों बच्चों को वह खिलौने व टोफी दिलाने के बहाने अपने साथ ले गया। बाहर आकर देखा तो गली में दुकानें बंद थी। ऐसे में शोर मचाया लेकिन वह नहीं रुका। परिवार के लोगों ने उसका पीछा किया और उसे पकड़ लिया। जगजोत सिंह पहली में जबकि जश्रदीप आंगनबाड़ी में पढऩे जाता है। वे स्कूल से आकर गली में खेल ही रहे थे कि बाइक सवार उनको उठाकर अपने साथ ले गया।
बच्चों के यूं अपहृत होने की खबर फैलते ही मां परमजीतकौर व रजवंतकौर तथा अन्य सकते में आ गए। बालाजी पिकअप यूनियन अध्यक्ष वेद सिहाग ने बताया कि टैक्सी स्टेंड व पिकअप यूनियन तक खबर फैली तो सभी अपनी गाडिय़ां लेकर बच्चे को ढूंढने निकल पड़े। आरोपी को पकड़कर थाने लाकर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग पुलिस से की गई। वहीं बच्चों के दिन दहाड़े अगुवा होने की बात पर मोहल्लावासियों की थाने पर भारी भीड़ जमा हो गई।
संगरिया पुलिस थाना पर परिजनों के साथ दोनों बच्चे व जमा भीड़।