खरीफ २०२० सीजन में किसानों को बाजरा की फसल का बीमा करवाने पर ३४२.९८ रुपए कृषक हिस्सा के तौर पर प्रीमियम जमा करवाना होगा। इसी तरह कपास की फसल पर १६४९.८०, मूंगफली पर २१००.५०, ग्वार पर ४३३.५०, मूंग पर ७७१.७८, मोठ पर ४०४.७०, धान पर १४२३.८६ व तिल पर ४३५.०६ रुपए प्रति हेक्टेयर के हिसाब से कृषक हिस्सा राशि जमा करवानी होगी।
रबी २०19-२० में हनुमानगढ़ जिले में कुल २०16३१ किसानों ने फसल बीमा करवाया था। इसमें किसान हिस्सा राशि के रूप में २५.६८ करोड़ की राशि वसूल की गई। इस तरह कुल प्रीमियम के तौर पर बीमा कंपनी के खाते में २६७.९४ करोड़ जमा हुए। क्लेम का सेटलमेंट करने में बीमा कंपनी जुटी हुई है।
लॉकडाउन के बाद गत माह पीएम फसल बीमा योजना के तहत खरीफ सीजन २०१९ का बकाया बीमा क्लेम जारी कर दिया गया। इसमें ४३५ करोड़ की राशि जिले के करीब ९० हजार किसानों के लिए जारी की गई। लेकिन अब भी करीब ८० से ९० करोड़ का क्लेम अटकने से किसान परेशान हो रहे हैं। नोहर के आसपास के करीब १७ पटवार मंडलों का बीमा क्लेम अटकने से धरतीपुत्र मुसीबत में फंस गए हैं। बताया जा रहा है कि बीमा कंपनी के पास फंड का अभाव है। इसलिए कंपनी इसकी व्यवस्था करने में लगी हुई है। वहीं किसान संगठन लगातार बकाया क्लेम के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
-खरीफ २०१९ में हनुमानगढ़ जिले के कुल २००९५२ किसानों ने फसल बीमा करवाया था।
-इसमें अभी तक ९० हजार किसानों को क्लेम के तौर पर ४३५ करोड़ की राशि स्वीकृत हो चुकी है।
-रबी २०१९-२० में जिले के २०१६३१ किसानों ने बीमा करवाया।
-इस तरह किसानों की हिस्सा राशि के तौर पर रबी सीजन से बीमा कंपनी के खाते में २६७.९४ करोड़ जमा हुए।
-चालू खरीफ सीजन में बीमा करवाने वाले किसानों को १५ जुलाई तक प्रिमियम कटवाना होगा।