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निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज में काम रहे थे बालक, घर भेजने के निर्देश

locationहनुमानगढ़Published: May 18, 2022 10:51:59 am

Submitted by:

Manoj

निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज में काम रहे थे बालक, घर भेजने के निर्देशबाल कल्याण समिति के सदस्यों ने किया निरीक्षण

निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज में काम रहे थे बालक, घर भेजने के निर्देश

निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज में काम रहे थे बालक, घर भेजने के निर्देश

हनुमानगढ़. बाल कल्याण समिति ,पैनल अधिवक्ता, श्रम विभाग, मानव तस्करी विरोधी यूनिट व पुलिस की टीम व राजस्व विभाग के गिरदावर देवीलाल बालान ने मंगलवार को निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान तीन बाल श्रमिक कार्य करते मिले जो अन्य राज्यो से थे। इस पर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जितेंद्र गोयल ने ठेकेदार को तीनों बालकों को आगामी 24 घण्टो में घर भेजने के लिए पाबंद किया। निरीक्षण के दौरान श्रम कल्याण अधिकारी अमरचन्द लहरी व पैनल अधिवक्ता देवीलाल साथ थे। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जितेन्द्र गोयल ने बताया कि सामूहिक अभियान के तहत मंगलवार को जंक्शन में नवां बाइपास रोड पर निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया गया है। करीब 200 श्रमिक कार्यस्थल पर मिले। निरीक्षण के दौरान तीन बच्चें भी मिले। इनमें एक मध्यप्रदेश, दूसरा छत्तीसगढ़ और तीसरा उत्तर प्रदेश का था।
बाल कल्याण समिति एवं प्रशासन ने ईट भट्टों का किया निरीक्षण
बाल श्रम नहीं करवाने के लिए किया पाबंद
पीलीबंगा. बाल कल्याण समिति ने विधिक सेवा प्राधिकरण के मार्गदर्शन में मंगलवार को ईट भट्टों का निरीक्षण किया। जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र गोयल ने बताया कि राज्य सरकार के स्टेट एक्शन प्लान के तहत 1 मई से 30 जून तक विशेष अभियान चलाकर वर्कप्लेस पर छोटे बालक बालिकाओं से कार्य करवाने वाले नियोजकों के विरुद्ध कार्रवाई का अभियान शुरू किया गया है और भट्टों व फ़ैक्टरियों में श्रमिकों को उनका समय पर भुगतान और बंधुआ मजदूर नहीं हों, श्रमिकों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं। पीलीबंगा क्षेत्र में ईंट भट्टों पर शीघ्र शिक्षा के मंदिर शुरू करने का भी प्लान बनाया है। बच्चों के लिए मौके पर ही पाठ्य व खेल सामग्री मंगवाकर दिए गए। इसी क्रम में मंगलवार को कालीबंगा कैंची रोड पर स्थित ईट भट्टे, मुख्य बाजार एवं डेयरी, आइसक्रीम की फैक्ट्रियों में आकस्मिक निरीक्षण करते हुए बाल श्रम नहीं करवाने के लिए पाबंद किया गया है और किसी भी बालक को कार्य करवाने की दशा में पकड़े जाने पर दंड के प्रावधानों से अवगत करवाते हुए राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक बालक बालिका के लिए चल रहे निशुल्क शिक्षा कार्यक्रम के बारे में बताया। मजदूरों को भी अपने बालकों को विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित किया गया। बाजार में सब्जी की रेहड़ी के आसपास बैठे छोटे बच्चों से पूछताछ की तो उन्होंने अपने माता-पिता को भोजन देने के लिए आने की बात कही, जिस पर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जितेंद्र गोयल व जिला श्रम अधिकारी अमरचंद लहरी, बाल कल्याण अधिकारी हरबंस लाल, नायब तहसीलदार राजेन्द्र जैन ने किसी भी वर्क प्लेस पर बच्चों को नहीं रखने के लिए दुकानदारों को पाबंद किया।
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