गत एक पखवाड़े से लगातार पाकिस्तान क्षेत्र में हजारों क्यसूेक पानी प्रवाहित किया जा रहा है। विडम्बना यह है कि बांधों के जल स्तर को मेनटेन करने को लेकर तो सरकार गंभीर है लेकिन नहरों का रेग्यूलेशन मेनटेन करने के प्रति उदासीन ही रही है। इसके कारण हमारे मुल्क के किसानों को हक के पानी से वंचित होना पड़ रहा है। जितना पानी पाक क्षेत्र में प्रवाहित कर रहे हैं, उतने पानी से राजस्थान की कई छोटी बड़ी नहरें चलाई जा सकती थी।
-इस सीजन में २४ जून २०२० तक ०२ लाख क्यूसेक से अधिक पानी पाकिस्तान क्षेत्र में प्रवाहित किया जा चुका है।
-अबकी बार सतलुज नदी के कैचमेंट एरिया में 450 व व्यास नदी के जल ग्रहण क्षेत्रों में 580 एमएम की मोटाई तक ऐतिहासिक बर्फबारी हुई है। इससे जून के प्रथम सप्ताह में बांधों में पानी की अच्छी आवक होने की उम्मीद है।
-अंतरराज्यीय जल समझौते के तहत रावी व्यास के शेयर में राजस्थान का हिस्सा ८.६ एमएफ निर्धारित है।
-नहरी क्षेत्रों से राज्य में ४००० से ५००० करोड़ का उत्पादन हो रहा है।