script

मल्टीस्टोरी पार्किंग के लिए मांग लिए दस करोड़, जगह तय ही नहीं कर पाई नगर परिषद

locationहनुमानगढ़Published: Apr 15, 2019 12:26:28 pm

Submitted by:

adrish khan

https://www.patrika.com/hanumangarh-news/
 

hanumangarh nagar parishad ka mamla

मल्टीस्टोरी पार्किंग के लिए मांग लिए दस करोड़, जगह तय ही नहीं कर पाई नगर परिषद

मल्टीस्टोरी पार्किंग के लिए मांग लिए दस करोड़, जगह तय ही नहीं कर पाई नगर परिषद
– चार वर्षों में जगह का चयन नहीं कर पाई परिषद
– टाउन व जंक्शन में दस जगहों पर स्थापित अस्थाई पार्किंग को स्थाई करने के लिए न मिला धेला और न ही खुद के स्तर किया प्रयास
हनुमानगढ़. जिले को बने हुए 25 बरस हो चुके हैं, नेता जिला में ओद्योगिक क्षेत्र व विकास के क्षेत्र में हनुमानगढ़ को कई जिलों से सर्वक्षेष्ठ बताते हैं। उसी हनुमानगढ़ जिले के शहरी क्षेत्र में नगर परिषद क्षेत्र में पार्किंग की व्यवस्था तक नहीं कर पाई।
नगर पालिका से नगर परिषद बन गई, शहर की आबादी व जरुरत को भांपते हुए मास्टर प्लान में मेडिकल कॉलेज तक दर्शा दिया गया और आबादी क्षेत्र से बाहर एकल बस स्टैंड भी नक्शे में दर्ज हो चुका है। लेकिन वर्तमान व भविष्य की परेशानियों से निपटने के लिए पार्किंग को लेकर गंभीरता किसी ने नहीं दिखाई। जिला कलक्टर की अध्यक्षता में होने वाली यातायात सलाहाकार समिति की बैठकों में भी पार्किंग का मुद्दा गौण हो चुका है। जबकि टाउन व जंक्शन के मुख्य बाजार में पार्किंग नहीं होने के कारण शाम के समय में जाम की स्थिति होने से यातायात व्यवस्था पूरी तरह बाधित हो जाती है। इससे बुरी स्थिति टाउन की हैं, टाउन के मुख्य बाजार में चौपहिया वाहनों के आवाजाही से दिन में यातायात व्यवस्था बिगड़ी रहती है। इन अव्यवस्था से ऊभरने के लिए 2015 में मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण का प्रस्ताव तैयार दस करोड़ के बजट की स्वीकृति के लिए अमृत योजना में प्रस्ताव रखा था। न तो दस करोड़ रुपए मल्टी स्टोरी के लिए मिले और न ही नगर परिषद ने अपने स्तर पर पार्किंग स्थापित करने का कोई प्रयास किया। दस जगहों को
किया चिन्हित टाउन में सबसे ज्यादा पार्किंग के लिए जगह यातायात थाने के पीछे पुरानी तहसील की थी। तत्कालीन रह चुके जिला कलक्टर ने इन इस भूमि को नगर परिषद को हैंडओवर करवा चुके हैं। लेकिन नप ने यहां स्थाई पार्किंग के लिए कोई योजना तक तैयार नहीं की। इसी तरह आबाकारी कार्यालय के पास एक किनारे पुरानी देवस्थान की इमारत को गिराकर पार्किंग बनाने का प्रस्ताव दर्जनों बार पारित किया जा चुका है। वाणिज्यकर विभाग के सामने खाली पड़ी भूमि पर पार्किंग, वन विभाग की खाली भूमि पर व सुभाष चौक पर सड़क के बीच में पार्किंग लेन तैयार करने पर अधिकारी कई बार मुहर लगा चुके हैं। लेकिन इस प्लान को भूल, सार्वजनिक निर्माण विभाग बड़े-बड़े डिवाइडर का निर्माण कर चुका है। न तो यहां पेड़ पौधे लगाए गए और न ही पार्किंग के लिए कोई जगह छोड़ी गई। पुरानी नगर पालिका की भूमि को भी तोड़कर पार्किंग की योजना बनाई जा चुकी है। भवन क्षतिग्रस्त हो चुका है, लेकिन पार्किंग के लिए कोई काम नहीं हुआ।
जंक्शन में यहां किया निर्धारण
हनुमानगढ़ जंक्शन की पुरानी नगरपालिका की भूमि पर पार्किंग का प्रस्ताव पारित किए हुए अरसा बीत चुका है। लेकिन नगर परिषद यहां पार्किंग स्थापित करने की बजाए भूखड़ों का बेचान करना चाहती है। इसी तरह भगतसिंह चौक से रेलवे स्टेशन मार्ग तक डिवाइडर को तोड़कर सड़क के बीच में दोनों तरफ पार्किंग लेन तैयार किया जाना था। यह निर्णय भगतसिंह चौक से बस स्टैंड की तरफ करने का निर्णय कई बार हो चुका है। संगरिया मार्ग पर खाली पड़ी एक बीघा भूमि पर पार्किंग की जगह चिन्हित की जा चुकी है। इसी तरह लोक परिवहन बस स्टैंड की जगह पर भी पार्किंग की जगह चिन्हित तो की लेकिन आगामी प्रयास न तो नगर परिषद ने किया और न ही जिला प्रशासन। यह वजह है कि यहां आए दिन यातायात व्यवस्था बाधित रहने से नागरिकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

ट्रेंडिंग वीडियो